*उमा ने अपने स्थापना दिवस व अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 12 महिलाओं को दिया उमा-शक्ति सम्मान*
समारोह में शिक्षा, चिकित्सा, पत्रकारिता, समाज सेवा व बैंकिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने बाली 12 महिलाओं को सम्मानित किया। साथ ही *बसंत के रंग,नारी के संग* नाम से पुष्प सज्जा प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती कुसुम कंडवाल, संस्कृति साहित्य, कला परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती मधु भट्ट, राज्य महिला उद्यमिता विकास परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती विनोद उनियाल, उमा अध्यक्ष साधना शर्मा व उमा सचिव नीलिमा गर्ग ने दीप प्रज्वलित की, तत्पश्चात भरतनाट्यम गुरु कुमार दिव्यम के निर्देशन में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।
अपने स्वागत भाषण में उमा अध्यक्ष साधना शर्मा ने कहा उमा ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर *उमा-शक्ति सम्मान की शुरुआत वर्ष 2003 में की इस वर्ष हमारा 22वां उमा-शक्ति सम्मान समारोह है* ।अब तक हम लगभग 250 महिलाओं का सम्मान कर चुके हैं।
लेकिन आज में मानती हूं, आज महिलाओं को सम्मान के साथ सुरक्षा की भी आवश्यकता है। महिलाओं पर अपराध दिनों दिन बढ़ रहे हैं, शायद ही कोई दिन ऐसा जाता हो जब महिला व बालिका के साथ यौन उत्पीडन उनके फांसी पर लटका देने का समाचार सुनने को न मिलता हो।
आज का दिन इसी चिन्तन व मंथन का दिवस है।
कार्यक्रम में संध्या जोशी,इला पंत, अर्चना सिंहल, आदि ने अपने ग्रुप के साथ एक से बढ़कर एक नृत्यों की प्रस्तुति दीं।
*इन महिलाओं को मिला उमा-शक्ति सम्मान*
तृप्ति जुयाल, स्वाति मिश्रा व प्राची जुयाल *(शिक्षा)*
मंजुला नेगी व अलका त्यागी *(पत्रकारिता)*
अंजलि वर्मा व पुष्पा भल्ला *(समाज सेवा)*
डॉ शोभा वेंकटरमैया व डॉ चित्रा जोशी *(चिकित्सा)*
सुश्री रिम्मी शर्मा *(बैंकिंग के क्षेत्र में)*
श्रीमती रेनू कुंडू व मेनका बहल
को *(संस्था के प्रति निष्ठा व वरिष्ठता )*
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने कहा उमा संगठन महिलाओं का सबसे पुराना संगठन है। महिलाओं व बालिकाओं के लिए उमा द्वारा बहुत से कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं, महिलाओं द्वारा महिलाओं के सम्मान की शुरुआत भी उमा ने ही की।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा महिला ज्यों-ज्यों आगे बढ़ रही है ,उन पर होने वाले अपराध भी बढ़ रहे हैं।
इनको रोकने के लिए सरकार के साथ समाज को भी आगे आना होगा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित मधु भट्ट व विनोद उनियाल ने भी महिला जागरूकता को लेकर अपने विचार व्यक्त किए।