*” जब पेड़ कट रहे हो हर ओर तब आज हरेला कैसे हो “*
*हरेला संवाद फैलते हुए शहर सिकुड़ती हुई हरियाली*
*5 अगस्त 2023 शाम 4.30 बजे*
*दून लाइब्रेरी देहरादून*
लोकेशन : https://maps.app.goo.gl/iMspvkHwSPKJSDSs6
◆ *यदि आप देहरादून के पेड़ों के साथ जुड़ना चाहते है उनकी बात करना चाहते है तो हमारे व्हाटसअप ग्रुप से जुड़ कर अपनी बात य सवाल रख सकते है।*
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देहरादून के राजधानी बनने की कीमत अगर सबसे पहले किसी ने चुकाई है तो वो उसकी हरियाली और पेड़ है. शायद आधुनिक शहरी जीवन की कड़वी सच्चाई बढ़ते शहर और पर्यावरण के बीच संतुलन ना बैठा पाना बन गयी है। भौगोलिक पर्यावरणीय बदलाव ने इसे और तीव्र कर दिया है।बढ़ते शहरीकरण की बलि शहर के भीतर और आसपास की हरियाली ही बनती रही है। राजधानी में बीते कुछ सालों में इस विकास की कीमत शहर के हजारों पेड़ों ने चुकाई हैं।
*फैलते हुए शहर कैसे पर्यावरण से संतुलन साधते हुए अपनी जरूरतों और हरियाली दोनो को आगे बढ़ाएं , इस विचार के निमित्त हम हरेला 2023 के अवसर पर ट्रीज ऑफ दून के अध्याय के साथ धाद की तरफ से संवाद श्रंखला का आयोजित कर रहे है। जो दिनांक 5 अगस्त 2023 शनिवार को दून लाइब्रेरी एवं रिसर्च सेंटर में अपराहन 4.30 बजे से 6.30 बजे तक होनी निश्चित हुई है।*
संवाद में एस डी सी फ़ाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल, जलवायु परिवर्तन कार्यकर्त्ता आशीष गर्ग, सिटीजन फॉर ग्रीन दून के अनीस लाल और धाद के सचिव तन्मय शामिल रहेंगे सत्र का संचालन ट्रीज ऑफ़ दून के संयोजक हिमांशु आहूजा करेंगे।
*आप सब इस अवसर पर सादर आमंत्रित हैं*