सरकार की मिलीभगत से मसूरी में पार्किंग के नाम पर पर्यटकों से मनमानी लूट,
गर्मी से राहत पाने के लिए मसूरी पहुंचने वाले पर्यटकों से पार्किंग के नाम पर वसूली हो रही है। कैंपटी फॉल के ऊपर सड़क और अन्य स्थानों पर पार्क होने वाले वाहनों से एक से तीन घंटे की पार्किंग के नाम पर 300 से 400 रुपये वसूले जा रहे हैं।
मसूरी मे पार्किंग के लिए ₹300 लिया जाना यात्रियों क्या किसी के मेहमान के लिए भी एक बोझ ही है, क्या यह सरकार की तरफ से लूट की छूट है। इतना चार्ज तो महानगरों में भी नही. पर्ची पर वसूल करने वाले का फोन नंबर तो दूर नाम तक नहीं, जी एस टी नंबर से खोज करने पर पता चला कि यह नंबर मसूरी प्राइवेट कार पार्क का है. इस ₹300 मे कितनी जी एस टी है कोई उल्लेख नहीं, कही लूट के साथ कर की चोरी भी तो नहीं। हमारी मांग है कि इस पार्किंग शुल्क को 4 घण्टे तक ₹100 तक ही सीमित रखा जाए ,उसके बाद हर 4 घण्टे या उसके अंश पर ₹50 लिए जाएं । पर्ची पर शुल्क लेने वाले का नाम फोन नंबर और जी एस टी की राशि अंकित हो।
पार्किंग संचालकों की मनमानी केवल वसूली तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ये वसूली का विरोध करने वाले पर्यटकों से अभद्रता पर भी उतारू हो जाते हैं। जबकि, पार्किंग के नाम पर लूट खसोट पर पुलिस और प्रशासन अंकुश लगाना तो दूर, शिकायतों का संज्ञान तक नहीं लेते।
अधिकतर पार्किंगों में रेट लिस्ट नहीं
पर्यटन सीजन में वाहनों के बढ़ते दबाव के कारण कई प्राइवेट पार्किंग मालिकों के अलावा एमडीडीए और नगरपालिका मसूरी के साथ ही कैंपटी में जिला पंचायत की ठेके पर दी गई पार्किंग शुरू हुई। कैंपटी में तो पार्किंग शुल्क ने तो हद ही पार कर दी। सैलानियों से दो-तीन घंटे के लिए मनमाने दाम वसूले जाते हैं। यही हाल मसूरी में भी है। लाइब्रेरी स्थित कार पार्किंग को छोड़कर अन्य पार्किंग स्थलों में तो रेट लिस्ट भी चस्पा नही की गई है।
यश वीर आर्य
संयोजक
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