डांडामण्डल क्षेत्र के निवासियों ने बैठक में पूर्ण चुनाव बहिष्कार का लिया फैसला।
By Umashankar kukreti
एक तरफ देश में जहां सड़कों का जाल बिछाने का दावा किया जा रहा है और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी कहीं भी किसी सड़क को बनाने में किसी तरह की समस्या न होने का बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ देहरादून से मात्र 70 किमी दूर यमकेश्वर विधानसभा के अंर्तगत डांडामण्डल के 35 गांवों के हजारों लोग आज भी सड़क व मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।
इन गांवों के लोगों ने 2015 में 6 महिने तक धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन किया था तब कांग्रेस सरकार ने जन दबाव के कारण कौडिया से तल्ला बनास पार्क क्षेत्र में 6 करोड़ 26लाख की स्वीकृति कर कैमिकल से सड़क पक्की करवायी,,
लेकिन आज तक यहां के लोग उबड़ खाबड़ रोड पर चलने को मजबूर हैं। आखिर इतने सालों से यहां कोडिया किमसार सड़क के बीच मे आ रही समस्या को ठीक कर के उक्त सड़क को क्यो नहीं बनाई गई, ग्रामीणों का दर्द जानने के लिए हमारी टीम डांडामण्डल के इन गांवों में पहुंची यहां के प्रधान, पूर्व प्रधान, जनप्रतिनिधियों से इस पूरे मामले को समझना चाहा।
कब से चल रहा ये मामला
बचन सिंह बिष्ट ने बताया कि यह क्षेत्र पौड़ी लोकसभा सीट व यमकेश्वर विधानसभा के अंर्तगत आता है। यहां के करीब एक दर्जन गाँव इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऐसा नहीं कि सड़क के लिए कोशिश नहीं हुई, 2015 में 6 महिने तक धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन किया गया था यह आन्दोलन राज्य में सबसे लंबा आंदोलन रहा, तब कांग्रेस सरकार ने जन दबाव के कारण कौडिया से तल्ला बनास पार्क क्षेत्र में 6 करोड़ 26लाख की स्वीकृति कर कैमिकल से सड़क पक्की करवायी,, लेकिन आज तक उस सड़क की मरम्मत तक डबल इंजन वाली भाजपा सरकार नहीं कर पायी,,
कहां आ रही समस्या
ग्राम प्रधान बचन बिष्ट ने बताया कि डांडामण्डल की लाइफलाइन कही जानी वाली सड़क में सबसे बड़ी समस्या कोडिया से कांडाखाल के बीच 8 किलोमीटर वन क्षेत्र जोकि राजाजी पार्क के अधीन आता है वही सबसे बड़ी दिक्कत आ रही है। वन कानून के चलते इस जगह पर सड़क नही बन पा रही है , जंगल के बीच से सफर करना किसी खतरे से कम नही है।
इन्ही मूलभूत सुविधाओं को लाकर यमकेश्वर क्षेत्र के डांडामण्डल क्षेत्र के निवासियों ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पूर्व आज किमसार क्षेत्र में सम्पूर्ण क्षेत्रवासियों द्वारा बैठक में भाग किया गया और सामुहिक रूप से चुनावों का पूर्ण बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। क्षेत्रवासियों का कहना है कि राजधानी और तीर्थ नगरी, योगनगरी के करीब होने के बावजूद भी आजादी के 75 साल और राज्य बनने के 24 साल बाद भी मूलभूत सुविधाओं से बंचित हैं, जिसमें मुख्यतः सड़क, अस्पताल और शिक्षा मुख्य है।
इस कार्यक्रम में प्रधान पिंकी देवी देवराना, पूर्व प्रधान सोहन नेगी किमसार एवं भाजपा के न्याय पंचायत अध्यक्ष,, पूर्व प्रधान राजपाल नेगी, तल्ला बनास भाजपा प्रभारी किमसार,, पूर्व प्रधान पुनिता देवी धारकोट, साधना पंवार महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष यमकेशवर,,सोहन गिरी क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि, दीपक बिष्ट किमसार, धर्मपाल रावत दरियाल, अरविंद देवरानी देवराना, डॉ कुकरेती धारकोट, राजेन्द्र रावत धारकोट, मुकुल बिष्ट,दीपक नेगी, सुरेन्द्र बिष्ट दीपक गढप्रेमी , महिपाल रावत, राजू बिष्ट उलेला, सतेन्द्र नेगी किमसार, चन्द्रकला बिष्ट, राजकुमारी धारकोट पूजा बिष्ट कसाण ,सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे,,अगली बैठक एक सप्ताह बाद होगी।।।