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*आपदा के चलते हुई कुल मौतों में 27 की नही हुई पहचान, पुलिस ने सुरक्षित किये डीएनए* *(अर्जुन सिंह भंडारी)*

 

चमोली-:जनपद चमोली के तपोवन में आई आपदा में रेस्क्यू टीम को कुल लापता लोगों में से फिलहाल 38 लोगों के शव बरामद हुए है जिसमे से अभी तक मात्र 11 लोगों की ही शिनाख्त हो पाई है। शेष 27 लोगों की शिनाख्त न होने के चलते पुलिस द्वारा बरामद सभी शवों एवं मानव अंगों का डीएनए सैंपल ले लिया है।

रविवार 7 फरवरी को जनपद चमोली के तपोवन में ग्लेशियर टूटने के चलते धौलीगंगा में आई बाढ़ के चलते ऋषिगंगा विद्युत परियोजना व सीमान्त क्षेत्र में कई क्षेत्रों में कई लोगों की मृत्यु हो गयी थी व कई लापता है जिसमे रविवार से ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, भारतीय सेना,फायर सर्विस जॉइंट आपरेशन के जरिये लगातार लोगों की खीज कर रहे है।रेस्क्यू आपरेशन में रेस्क्यू टीम द्वारा अभी तक
कुल 204 लोगों में से 38 (चमोली- 30, रूद्रप्रयाग- 06, पौड़ी गढ़वाल- 01, टिहरी गढ़वाल- 01) के शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये जा चुके हैं, जिनमें से 11 लोगों की शिनाख्त हो गई है और 27 लोगों की शिनाख्त नहीं हो पायी है।इसके साथ ही रेस्क्यू टीम को जनपद चमोली के विभिन्न स्थानों से ही 18 मानव अंग भी बरामद हुए है। पुलिस द्वारा इस दौरान मिले सभी शवों एवं मानव अंगों का डीएनए सैम्पलिंग कर और संरक्षण कर सीएचसी जोशीमठ, जिला चिकित्सालय गोपेश्वर एवं सीएचसी कर्णप्रयाग में शिनाख्त हेतु रखा गया था जिसके बाद शवों के डिस्पोजल हेतु गठित कमेटी द्वारा अभी तक 23 शवों एवं 10 मानव अंगों का पूर्ण रीति रिवाज से दाह संस्कार करा दिया गया है।

पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध व कानून व्यवस्था व उत्तराखंड पुलिस प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि प्राकृतिक आपदा मे लापता समस्त लोगों के सम्बन्ध में अब तक कोतवाली जोशीमठ में 10 एफआईआर पंजीकृत की जा चुकी है व उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय में एक कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका नम्बर 0135-2712685 एवं मोबाइल नम्बर 9411112985 है। आपदा में लापता हुए लोगों की सूची एवं बरामद हुए शवों की पहचान हेतु अन्य राज्यों की पुलिस से भी लगातार पत्राचार किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा शवों से मिले आभूषण, टैटू एवं अन्य पहचान चिन्हों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर उन्हें सुरक्षित रखा जा रहा है जिससे उनके आधार पर अज्ञात शवों की पहचान कार्य किया जा रहा है।

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