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यमकेश्वरः आज दिनांक 23 जून 2020 को यमकेश्वर की बहुउद्देश्यीय तालघाटी झील का मुख्य अभियंता व अधीक्षण अभियंता परिकल्प सिचांई विभाग रूड़की एवं सुबोध मैठाणी, अधिशासी अभियंता सिंचाई खण्ड (निर्माण), एवं अर्जुन कुमार, कनिष्ठ अभियंता, सिंचाई खण्ड (निर्माण) दुगड्डा ने स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विभागीय टीम ने सभी आस पास के प्राकृतिक पानी के स्त्रोतो का भी भौगोलिक निरीक्षण किया गया।
जिला पौड़ी गढवाल यमकेश्वर, विकासखण्ड के तालघाटी में दिवोगी ग्राम सभा के अन्तर्गत ताल नदी में सीताडांडी नामक स्थल पर झील निर्माण हेतु की गयी परिकल्पना साकार होने के लिए एक कदम आगे बढती दिखायी दे रही है। उक्त स्थल पर झील निर्माण की परिकल्पना महावीर प्रसाद कुकरेती, उपाध्यक्ष, कॉपरेटिव बैंक सोसायटी उत्तराखण्ड जो कि भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता के साथ ही दिवोगी ग्राम सभा, के मरोड़ा गॉव के निवासी हैं के द्वारा की गयी थी। पिछले दो सालों से उक्त स्थल का निरीक्षण सिंचाई विभाग द्वारा किया गया है। महावीर प्रसाद कुकरेती ने बताया कि इस हेतु पूर्व में भी सिचांई खण्ड (निर्माण) दुगड्डा द्वारा शासन को डीपीआर बनवाने हेतु प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। इसी क्रम में आज पुनः सिचांई विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण परियोजना बनाने हेतु किया गया।
मुख्य अभियंता, दिनेश कुमार ने कहा कि स्थलीय निरीक्षण के दौरान उन्होनें भौगोलिक दृष्टि से उक्त स्थल को झील निर्माण हेतु उपयुक्त स्थल बताया, साथ ही उन्होंने कहा कि तकनीकि और पानी की मात्रा एवं पानी की जॉच करने हेतु जल्दी ही भूगर्भ विभाग उत्तराखण्ड से निरीक्षण करवाकर इसका परीक्षण करवाया जायेगा। अधीक्षण अभियंता नवीन सिंघल ने कहा कि उक्त झील के लिए तकनीकि की दृष्टि से प्रथम दृष्टया उचित प्रतीत हो रही है, लेकिन इसकी प्रमाणिकता पानी की ग्रेवीटी और भूगर्भ वेत्ता टीम के स्थल निरीक्षण के उपरान्त ही पता चलेगी। वही उन्होंने यह भी कहा कि उक्त स्थल भौगोलिक स्थल पर कोई लैंड स्लाइडिंग नहीं हैं। इस संबंध में अधिशासी अभियंता सुबोध मैठाणी ने कहा कि जल्दी ही उक्त स्थल के लिए प्रस्ताव तैयार कर भूगर्भ के अधिकारियों से स्थल निरीक्षण की आख्या प्राप्त कर आगे शासन को संस्तुति हेतु प्रस्तुत की जायेगीl
जिला पौड़ी गढवाल यमकेश्वर, विकासखण्ड के तालघाटी में दिवोगी ग्राम सभा के अन्तर्गत ताल नदी में सीताडांडी नामक स्थल पर झील निर्माण हेतु की गयी परिकल्पना साकार होने के लिए एक कदम आगे बढती दिखायी दे रही है। उक्त स्थल पर झील निर्माण की परिकल्पना महावीर प्रसाद कुकरेती, उपाध्यक्ष, कॉपरेटिव बैंक सोसायटी उत्तराखण्ड जो कि भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता के साथ ही दिवोगी ग्राम सभा, के मरोड़ा गॉव के निवासी हैं के द्वारा की गयी थी। पिछले दो सालों से उक्त स्थल का निरीक्षण सिंचाई विभाग द्वारा किया गया है। महावीर प्रसाद कुकरेती ने बताया कि इस हेतु पूर्व में भी सिचांई खण्ड (निर्माण) दुगड्डा द्वारा शासन को डीपीआर बनवाने हेतु प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। इसी क्रम में आज पुनः सिचांई विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण परियोजना बनाने हेतु किया गया।
मुख्य अभियंता, दिनेश कुमार ने कहा कि स्थलीय निरीक्षण के दौरान उन्होनें भौगोलिक दृष्टि से उक्त स्थल को झील निर्माण हेतु उपयुक्त स्थल बताया, साथ ही उन्होंने कहा कि तकनीकि और पानी की मात्रा एवं पानी की जॉच करने हेतु जल्दी ही भूगर्भ विभाग उत्तराखण्ड से निरीक्षण करवाकर इसका परीक्षण करवाया जायेगा। अधीक्षण अभियंता नवीन सिंघल ने कहा कि उक्त झील के लिए तकनीकि की दृष्टि से प्रथम दृष्टया उचित प्रतीत हो रही है, लेकिन इसकी प्रमाणिकता पानी की ग्रेवीटी और भूगर्भ वेत्ता टीम के स्थल निरीक्षण के उपरान्त ही पता चलेगी। वही उन्होंने यह भी कहा कि उक्त स्थल भौगोलिक स्थल पर कोई लैंड स्लाइडिंग नहीं हैं। इस संबंध में अधिशासी अभियंता सुबोध मैठाणी ने कहा कि जल्दी ही उक्त स्थल के लिए प्रस्ताव तैयार कर भूगर्भ के अधिकारियों से स्थल निरीक्षण की आख्या प्राप्त कर आगे शासन को संस्तुति हेतु प्रस्तुत की जायेगीl
वही इस संबंध में महावीर प्रसाद कुकरेती का कहना है कि उक्त बहुउद्देशीय झील से ना सिर्फ पर्यटन को बढावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को रोजगार और साथ ही सिंचाई एवं इस क्षेत्र से जुडे गॉवों को पानी की पमि्ंपग योजना का लाभ भी मिल सकेगा। उन्होने कहा कि मेरा प्रयास है कि इसके लिए सभी स्थलीय निरीक्षण और तकनीकि रिपोर्ट आने के बाद इसको आगे की कार्यवाही हेतु विभाग के माध्यम से शासन स्तर पर डीपीआर के लिए प्रस्तुत कर दिया जायेगा। वहीं ग्राम प्रधान दिवोगी, श्री सतपाल सिंह रावत ने कहा कि उक्त झील के बन जाने से तालघाटी क्षेत्र ही नहीं बल्कि यमकेश्वर की आधी आबादी इससे लाभान्वित होगी।
आज उक्त स्थल पर निरीक्षण के दौरान, महावीर प्रसाद कुकरेती, सतपाल रावत, ग्राम प्रधान दिवोगी, बचन बिष्ट ग्राम प्रधान मल्ला बणास, विनोद नेगी, ग्राम प्रधान तल्ला बणास, राजपाल नेगी पूर्व प्रधान तल्ला बणास, गुलाब सिंह पंवार, पूर्व प्रधान कसाण, किशन सिंह रावत, संजय कण्डवाल, हरीश कण्डवाल, उमाशंकर कुकरेती, राजेन्द्र सिंह रावत, धर्म सिंह रावत, बीरेन्द्र सिंह रावत, शीषपाल सिंह रावत, पंकज सिंह रावत, आदि लोग उपस्थित थे।
हरीश कण्डवाल ’मनखी’ की स्थलीय रिपोर्ट।