उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी मंच ने किया सरकार द्बारा बाहरी एजेंसी के भरोसे विभागों मेँ नियुक्तियो का विरोध
देहरादून:-आज दिनांक 24-जून को उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी मंच द्बारा जिला अध्यक्ष के आवास पर मुख्य पदाधिकारियों का विचार विमर्श कर एक पंचायत के रूप मेँ बेठक आहूत की गईं।
बेठक का मुख्य उद्देश्य सरकार द्बारा बाहरी एजेंसी के भरोसे विभागों मेँ नियुक्तियां किये जाने का विरोध दर्ज किया।
जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा कि इस राज्य को बनाने का मूल मकसद यहां के पढ़े लिखे बेरोजगारों को रोजगार मिले साथ ही हमारी संस्कृति , जल , जंगल , जमीन औऱ तीर्थाटन आदि योजनाओं पर सही नीति बनाकर विकास कार्य हो , परन्तु यहां सब उलट हो रहा है़।
प्रदेश महासचिव रामलाल खंडूड़ी ने कहा कि सोशल मीडिया मेँ तेर रहे मंत्रियो की चिठिया कितनी सच औऱ कितनी झूठी है़। सरकार आखिर किस दिशा मेँ औऱ किसकी सलाह पर कार्य कर रही है़। प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि हमारे सारे विधायक आखिर केसे यह सब अपनी खुली आखों के सामनें इस प्रदेश के नौजवानो के साथ छल होता देख रहे है़।
याद होगा कि मोदी जी ने पहाड़ कि जवानी औऱ पानी को संवारने की बात कहीं थी औऱ त्रिवेन्द्र सरकार बिल्कुल उलट कार्य कर रही है़।
राज्य आन्दोलनकारी मंच ने द्बारा बेरोजगारों के हितों लिए अंतिम क्षणों तक़ संघर्ष किया जायेगा। उत्तरप्रदेश के युग मेँ भी केवल स्थानीय बेरोजगारों के लिए ही नियुक्तियां करने हेतु आन्दोलन किया गया था तब माया सरकार ने तृतीय व चतुर्थ श्रेणी हेतु भर्तियों का आदेश पारित किया था।
प्रदीप कुकरेती ने कहा कि यदि सरकार द्बारा शीघ्र ही उत्तराखण्ड के बेरोजगारों के हक मेँ फैसला ना दिया तों राज्य आन्दोलनकारी मंच अन्य सभी के साथ सम्पर्क कर शहीद स्मारक पर बेठक कर आगे की रणनीति तय करेगा।
बेठक मेँ मुख्यतः जगमोहन सिंह नेगी , रामलाल खंडूड़ी , प्रदीप कुकरेती , वीरेन्द्र सकलानी , मनोज जयाडा , महेन्द्र रावत आदि …