उत्तराखंड सरकार में कैलाश गहतोड़ी को मिली बड़ी जिम्मेदारी
सीएम धामी के लिए सीट छोड़ने का मिला इनाम
पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी को बनाया गया वन विकास निगम का अध्यक्ष
सीएम धामी के लिए छोड़ी थी सीट
चंपावत से विधायक थे गहतोड़ी
एतद्द्वारा श्री कैलाश चन्द्र गहतोड़ी, पूर्व विधायक, चम्पावत को “उत्तराखण्ड
वन विकास निगम” में “अध्यक्ष” के पद पर कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से एतद्द्वारा द्वारा नामित किया जाता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए चंपावत विधानसभा सीट से इस्तीफा देने वाले कैलाश गहतोड़ी को आज उत्तराखंड वन विकास निगम का अध्यक्ष बना दिया गया है पर ऐसा नहीं है कि CM के लिए सीट छोड़ने वाले किसी पहले व्यक्ति को वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया है….हम आपको बता दें कि उत्तराखंड में वर्ष 2002 में पहली निर्वाचित सरकार कांग्रेस की बनी और कांग्रेस आलाकमान ने ND तिवारी को मुख्यमंत्री बनाया, जबकि उस दौरान एनडी तिवारी विधायक नहीं थे….इसलिए उन्हें छह माह में चुनाव जीतना था, लिहाजा रामनगर से कांग्रेस के विधायक योगंबर सिंह रावत ने उनके लिए सीट छोड़ दी और उस दौरान हुए रामनगर उपचुनाव में भी एनडी तिवारी ने भारी मतों से जीत हासिल की थी,जिसके बाद इनाम के तौर पर योगम्बर रावत को पहली बार उत्तराखंड वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया था….
उधर वर्ष 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए धारचूला विधानसभा सीट छोड़ने वाले हरीश धामी को भी हरीश रावत ने उपचुनाव जीतने के बाद उत्तराखंड वन विकास निगम का अध्यक्ष बना दिया था…
श्री कैलाश चन्द्र गहतोड़ी को उक्त पद पर कार्यरत रहने की अवधि तक
2. “मंत्री स्तर (दर्जा)” प्रदान करते हुए मंत्रिपरिषद विभाग के कार्यालय ज्ञाप संख्या 30/14/1/XXI/2012-15 टी०सी०, दिनांक 11 जनवरी, 2019 एवं कार्यालय ज्ञाप संख्या-491/14/1/XXI/2012-15, दिनांक 23 जुलाई, 2019 में उल्लिखित सुविधाएं प्रदान किये जाने की स्वीकृति प्रदान की जाती है।
3. उक्त महानुभाव को उनके कर्तव्यों, दायित्वों, अधिकारों एवं सेवावधि के सम्बन्ध में सम्बन्धित प्रशासकीय विभाग के द्वारा पृथक से आदेश निर्गत किये जायेंगे।