तीन साल से जिन फलदार पौधों को बच्चे की तरह पाला किसी शरारती तत्व ने बगीचे में आग लगाकर सब पौधे किए आग के हवाले।
किसान की मेहनत इस बात की गवाह थी प्रत्येक पौधों पर लबालब फल लगे हुए थे जो पहली बार देखने को मिल रहा था।
इस बार अमोली जी पेड़ो पर लगे फल से काफी उत्साहित थे, ओर अपनी मेहनत पर खुश थे, लेकिन यह खुशी कुछ लोगो को हजम नही हो रहीं थी।
आखिर क्या हासिल कर लिया इस तरह पेड़ो को जलाकर ऐसे शरारती तत्वो को सजा होनी चाहिए। और इनसे ही इसकी भरपाई करनी चाहिए।
विकासखंड यमकेश्र्वर के अंतर्गत ग्राम पंचायत ताछला अमोला मैं फटकेला तोक मे 2019/20 मे ठेकेदार सोहन लाल अमोली किसी नाम के लिए मोहताज नहीं, अपनी मेहनत के बल पर अपना नाम रोशन किया है। बचपन से ही वे मेहनती रहे है। पढ़ाई लिखाई के दौरान भी कुछ समय अपने खेत खलिहान व अपने पालतू पशुवों के लिए निकाल कर कार्य करते थे। बरसात के दिनों में फलदार पेड़ लगाने में इनकी विशेष रुचि रहती थी, उनके लगाए पौधे आज फल दे रहे है।
श्री सोहनलाल अमोली जीने बताया कि में अपने निजी नाप भूमि मे 1000 विभिन्न प्रजाति के फल दार 3 वर्षिय स्किम के तहत पौधों का रोपण किया था जिसमें लागत ₹700000 से अधिक की लागत आई थी एवं पेड़ पौधों के लिए 1600 मी पाइपलाइन निजी खर्चे से घेरवाड़ सहित कार्य किया गया था जिसमें लगातार मेहनत मजदूरी अपनी निजी धनराशि से कार्य किया जिसके लिए स्वयं पानी की 1600 मी पाइपलाइन इनके द्वारा लगवाकर गांव को भी पेय जल उपलब्ध कराया गया।
श्री सोहनलाल अमोली बचपन से ही खेती किसानी व बरसात में फलदार पौधे लगाना उनका शौक रहा है, गाँव के हर सामाजिक कार्यो में बढचढ कर हिस्सा लेना व अपने गांव में रहकर स्वरोजगार कर अपने परिवार का पालन पोषण कर एक सफल व्यवसायी भी इनका हुनर है।
इन्होंर पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण मित्र के रूप में कार्य कर 2000 पौधों से ऊपर तक पौधे लगाने के लक्ष्य को पूरा किया और लेकिन कुछ गांव के लोगों को इनके इस कार्य से ईर्ष्या होने लगी और हमेशा इनको नुकसान पहुंचाने का कार्य किया। सोहनलाल अमोली जहां एक आदर्श गांव बनाने की सोच को लेकर काम कर रहा है वही कुछ लोग पर्यावरण विरोधी बन रहे हैं आज वह इनके इस प्रकार से किये गए नुकसान दायक कार्य से आहत हैं ।
इस बावत वन विभाग का कहना है कि यह नाप भूमि में लगी है आग इस मामले में हम कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। और आप इस मामले में दो गवाह सामने लाओ तभी हम इस प्रकरण पर कार्यवाही का विचार करेगे ।
जबकि नाप भूमि से सिविल वन भूमि से होकर नाप भूमि मे फलदार पौधे आग की चपेट में आए है।
एक तरफ सरकार स्वरोजगार उद्यान बाग बगीचा से रोजगार के साधन पर बल दे रही है कृषक अपना तन मन धन लगा कर फलदार पेड़ पौधे लगा रहे है उनकी मेहनत पर कुछ असामाजिक व्यक्ति आग लगा कर उनकी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं ।