सुनसान रही कोरोना काल में चोपता की रौनक
देहरादून:- (अर्जुनसिंह भंडारी) उत्तराखंड हमेशा से ही अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पर्यटकों का केंद्र बना रहता है। जिसकी सुंदरता को देखने के लिए दूर दूर से भारी तादात में पर्यटक आते है। फिर चाहे चार धाम यात्रा हो या फिर पहाड़ों में ट्रेक्किंग का शौक पूरा करने का जुनून। हर कोई चोपता की सुंदरता पर मदहोश हो जाता है। और अगर बात हो बरसातों की तो इस मौसम में जो नज़ारा देखने को मिलता है उसे बयां करने को लफ्ज़ ही कम पड़ जाते है।
हर जगह हरे भरे पहाड़ और उसमे खिले रंग बी रंगी फूल अक्सर ही पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। इस मौसम में चोपता से चंद्रशिला ट्रेक हो या देवरिया ताल से चोपता का ट्रेक हो हर जगह ट्रेक्किंग करने वालो का तांता लगा रहता है। लोगो की चहल कदमी से पूरा रास्ता ही व्यस्था रहता था। और ऐसा हो भी क्यों ना चोपता में शिव का सबसे उच्चाई में मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ भाड़ रहती है। हाल कुछ ऐसा रहता है की रास्ते पर जाम लग जाता है। ट्रेक्किंग करने आए लोगो के लिए जगह जगह पर टेंट और कैंप का इंतजाम रहता है। लेकिन कोरोना काल में चोपता की चहल पहल भी सुन्नी सुन्नी नजर आयी। कोरोना की वजह से पर्यटकों की भीड़ में अाई गिरावट के चलते रास्ते में पड़ने वाली हर दुकान और कैंप बंद रहने से चौपता की रौनक में फीकापन लगा। सुनसान रास्ते और लोगो की भीड़ भाड़ में कमी देश में कोरोना की हालत साफ बयां करता है। चोपता की वादियों में फोटो खिंचवाते इक्के दुक्के ही पर्यटक नजर आए।