*कोरोना काल में घर पर योग के मंत्र का हो रहा पालन* *अर्जुन सिंह भंडारी*
*कोरोना काल में घर पर योग के मंत्र का हो रहा पालन*
*अर्जुन सिंह भंडारी*
देहरादून-: योग हमेशा से ही भारतीय संस्कृति की प्राचीन पद्धति जो पौराणिक महात्माओं से लेकर उनके शिष्यों द्वारा निरोग व स्वस्थ्य व ऊर्जावान रहने के लिए रोजमर्रा के जीवनशैली में भी अमल में लायी जाती थी। जीवन को स्वस्थ्य बनाने के इसी मंत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अथक प्रयासों के बाद वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाते हुए हर साल 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी जिसके बाद से ही विश्व भर में हर साल आज के ही दिन दुनिया के अलग अलग देशों में योग दिवस मनाया जाता है।
हर साल जहां इस दिन देश के अलग अलग शहरों में लाखों लोगों की मौजूदगी में योग कार्यक्रम आयोजित किये जाते थे वहीं इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सभी लोगों से इस बार परिवार के साथ घर पर ही योग करने का आवाहन किया है।जिसका असर उत्तराखंड प्रदेश में भी देखने को मिला।कोरोना के चलते इस बार की थीम भी *घर में रहते हुए अपने परिवार संग योग* रखा गया है। प्रदेश मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा अंतराष्ट्रीय योग दिवस से एक दिन पूर्व ही अपने आवास पर शनिवार को योग का पूर्वाभ्यास किया गया।उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से कोरोना के चलते घर पर एक घंटा आवश्यक रूप से योग करने का आवाहन करते हुए कहा कि योग हम सभी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने व निरोग रखने के लिए महत्वपूर्ण है,जिससे हमे स्वयं करने के साथ ही अन्य लोगों को भी इसे करने को प्रोत्साहित करना चाहिए।वहीं इस बार आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना के चलते सामाजिक कार्यक्रम न होने के चलते सभी राज्य से ऑनलाइन योग आयोजित करने के आवाहन के चलते मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व प्रदेश आयुष मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा सुबह 7 बजे ऑनलाइन योग कर प्रदेश के लोगों से जुड़ा गया।
वहीं उत्तराखंड राज्यपाल बेबी रानी मौर्य द्वारा भी अपने परिवार संग घर पर ही रहकर योगाभ्यास किया गया।उन्होंने योग को हमारे भारत की प्राचीन परंपरा व आध्यात्मिक अनुशासन बताया जिसे सभी को अपने जीवन में शामिल करना चाहिये।
ज्ञात हो कि राजधानी देहरादून अंतर्गत ऋषिकेश शहर विश्वभर में योग नगरी के नाम से प्रसिद्ध है,वहीं वर्ष 2018 में उत्तराखंड को भारत की ओर से चौथे अंतराष्ट्रीय योग दिवस की मेजबानी का मौका मिला था जिसमे स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी देहरादून स्थित भारतीय वन अनुसंधान केंद्र (एफआरआई) आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया गया था जिससे देहरादून जनपद द्वारा उस सफल योग कार्यक्रम के आयोजन के बाद वैश्विक स्तर पर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहा था।
*करो योग,रहो निरोग: पुलिस महानिदेशक अपराध व कानून*
- आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अपराध व कानून अशोक कुमार द्वारा भी सुबह अपने घर पर योगाभ्यास किया गया। उनके द्वारा अंतराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर पूरे देश वासियों को इस दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सभो लोगों से परिवार संग घर पर रहकर योग करने का संदेश दिया गया।
अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर उन्होंने कहा कि योग हमारा पुराना विज्ञान है और शरीर स्वस्थ रखने की एक पद्धति है।उन्होंने आगे कहा कि योग का सभी को शुरू से पालन अपने आप में सम्पूर्ण है,जिसको करने से किसी को भी अलग से कोई खानपान में विशेष ध्यान,अलग से व्यायाम या किसी भी प्रकार की दवाई की आवश्यकता नही पड़ती।
वहीं उन्होंने इसे कोरोना काल में सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए सभी से इसको अपने जीवनशैली में शामिल कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक बताया।