*नशे के विरुद्ध अभियान में पुलिस उपमहानिरीक्षक ने जनप्रतिनिधियों से मांगा सहयोग* *(अर्जुन सिंह भंडारी)*
श्रीनगर: युवा पीढ़ी में बढ़ते नशे की लत के चलते पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र नीरू गर्ग ने पत्रकार व आम जनता से युवाओं को इस गर्द से बाहर निकालने में पुलिस का सहयोग करने की अपील की है।यह अपील पुलिस उपमहानिरीक्षक द्वारा जनपद पौड़ी के थाना श्रीनगर में आयोजित गोष्ठी के दौरान कही गयी।
गौरतलब है कि पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र नीरू गर्ग द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल पी0रेणुका के साथ श्रीनगर क्षेत्र के दौरे पर जाया गया जहां उन्होंने आज महिला थाना श्रीनगर, क्षेत्राधिकारी कार्यालय श्रीनगर, अग्निशमन शाखा श्रीनगर का औचित्य निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक द्वारा महिला थाना में आयोजित गोष्ठि में स्थानीय पत्रकारों, जनप्रतिनिधियों व आम जनता से युवाओं को नशे की गर्द से बाहर निकलने को पुलिस का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि श्रीनगर केन्द्रीय विश्वविद्यालय एवं मेडिकल कॉलेज होने के कारण यहाँ अध्यनरत युवाओं द्वारा जाने अनजाने नशे का आदि बना जा रहा है जिनको इस नशे की लत से बाहर निकालने को सभी जनप्रतिनिधियों एवं आमजन से अनुरोध है कि उनके द्वारा किसी भी व्यक्ति या युवा को को नशीले पदार्थ का व्यापार करते हुए देखने पर उसकी सूचना पुलिस को या एन्टी ड्रग्स टास्क फोर्स(ए डी टी एफ) के माध्यम से प्रदान करनी है जिससे नशे का व्यापार करने वालों को पकड़ने में पुलिस को मदद मिलेगी व साथ ही युवा पीढ़ी नशे की लत से मुक्त हो सकेगी। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले व्यक्ति की जानकारी पुलिस द्वारा पूर्णतः गुप्त रखी जायेगी।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी युवाओं को नशे से मुक्त कराने हेतु काउन्सलिंग आयोजित करने में सहायक भूमिका निभाने का भी आग्रह किया है।
*पुलिस टीम को निर्देश*
पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र द्वारा इस निरीक्षण के दौरान पुलिस कर्मियों को भी जरूरी निर्देश दिए गए है-
◆ सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण एवं *यातायात/पार्किंग व्यवस्था में और अधिक सुधार लाये जाने हेतु अन्य सम्बन्धित विभागों से भी समन्वय स्थापित किया जाए।
◆पुलिसिंग के सम्बन्ध में पुलिस अधिकारियों एवं अधीनस्थो का जनता से अच्छा व्यवहार हो। थानों पर आने वाले फरियादी की शिकायतों का नियमानुसार त्वरित निस्तारण, पुलिस का अनुशासन उच्च कोटि का रहने के साथ-साथ अपराध नियंत्रण पर हो विशेष ध्यान।