फिलहाल मुंबई के खारघर में श्रीमद्भागवत कथा कर रहे देवकीनंदन महाराज के व्यक्तिगत नंबर पर शनिवार दोपहर सऊदी से कॉल आया था। कॉल करने वाले ने उन्हें गालियाँ दी। जिंदा जलाने और बम से उड़ाने की धमकी दी। इसकी जानकारी ट्विटर के जरिए साझा करते हुए देवकीनंदन महाराज ने कहा है कि वे सनातन के लिए कार्य करते रहेंगे। इधर महाराष्ट्र पुलिस ने उनके पंडाल की सुरक्षा शख्त कर दी है।
वहीं हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि सहित कई प्रमुख संतों की हत्या की साजिश का मामला सामने आया है। इस मामले में शनिवार (24 दिसंबर 2022) को प्रयागराज से एक संदिग्ध गिरफ्तार किया गया है। उसका नाम विक्रम शर्मा और बागपत का रहने वाला बताया जा रहा है। आरोप है कि जहर देकर वह संतों की हत्या की साजिश रच रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पकड़ा गया संदिग्ध इसी साल 29 नवम्बर को स्वामी कैलाशानंद गिरी के हरिद्वार स्थित दक्षिण काली मंदिर गया था। आश्रम के गेस्ट रजिस्टर में उसने अपना नाम और पता गलत दर्ज करवाया। वह लगभग 5 घंटे तक वहाँ रूका। 500 रुपए की फर्जी रसीद भी कटवाई थी। उसने आश्रम प्रबंधक से स्वामी कैलाशानंद से मिलने की इच्छा जताते हुए उनके आने-जाने के रास्ते पूछे थे। वहाँ से निकल कर वह प्रयागराज पहुँचा। यहाँ वो नैनी थाना क्षेत्र स्थित साध्वी त्रिकाल भवंता के मंदिर में रुका। इसी दौरान साध्वी से हुई बातचीत के दौरान उसने संतों को जहर देकर उनकी हत्या की प्लानिंग का खुलासा किया।
एक बार मुझे पुन:जान से मारने व बम से उड़ाने की धमकी साऊदी अरब से+966561190485 इस नंबर से आज मेरे नंबर पर दी गईं हैं,मैं अपने सनातन धर्म के लिए कार्य कर रहा हूं,और करता रहूंगा।कृपया संज्ञान लेने की कृपा करें@Amitshah,@HMOindia,@myogiadityanath,@dgpup,@mieknathshinde,@DGPMaharshtra pic.twitter.com/GAJdWUEWac
— Devkinandan Thakur Ji (@DN_Thakur_Ji) December 24, 2022
बताया जा रहा है कि साध्वी ने संदिग्ध और उसकी साजिश की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने आश्रम पहुँच कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित से पूछताछ के लिए पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स (STF) भी लगी है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आरोपित के निशाने पर अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी, अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि भी थे। वह एक जनवरी को श्री दक्षिण काली मंदिर में होने वाले जन्मोत्सव आयोजन में दौरान भंडारे में जहर मिलाना चाहता था।
संतों के मुताबिक पकड़े गए संदिग्ध का प्लान खीर में जहर मिलना था। इस खुलासे के बाद अब 1 जनवरी के आयोजन में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी। संतों के अनुसार जहाँ भोजन तैयार होगा वहाँ CCTV कैमरे भी लगाए जाएँगे। वहीँ पकड़े गए संदिग्ध के अनुसार स्वामी कैलाशानंद ने उससे नौकरी के नाम पर 20 हजार रुपए लिए थे जो न तो लौटाए गए और न ही उसे नौकरी मिली।
प्रयागराज: आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद की हत्या की रची साजिश, आरोपी ने जन्मदिन पर जहर देने की बनाई रणनीतिhttps://t.co/6Vz3HmwRho#Prayagraj #UttarPradesh #UPNews @prayagrajpolice @Uppolice
— Asianetnews Hindi (@AsianetNewsHN) December 25, 2022
इस मामले में महामंडलेश्वर कैलाशानंद ने प्रयागराज पुलिस को धन्यवाद करते हुए कहा कि आरोपित लगातार अपना बयान बदल रहा है। इसी के साथ उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष जाँच की माँग करते हुए किसी व्यक्ति द्वारा आरोपित को संचालित करने की आशंका जताई है।