डोईवाला-:थाना डोईवाला के जीवनवाला से अचानक लापता हुए 62 वर्षीय बुज़ुर्ग व्यक्ति की हत्या कर शव सौंग नदी में फेंकने के मामले में थाना डोईवाला व एसओजी टीम ने तकरीबन एक महीने की खोजबीन के बाद अभियुक्त के ही दोस्त व उसके 1 साथी को बुज़ुर्ग की हत्या करने पर गिरफ्तार किया है। मृतक द्वारा मुख्य अभियुक्त की पत्नी पर बदनीयत रखने की खुनस व मृतक की जमीन हड़पने के लालच में मुख्य अभियुक्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर बुज़ुर्ग की हत्या की थी। जानकारी के अनुसार बीती 31 अगस्त को थाना डोईवाला के जीवनवाला निवासी पारेश्वर प्रसाद शर्मा पुत्र स्व0 सतेश्वर प्रसाद शर्मा द्वारा उनके चाचा सुभाष चंद्र शर्मा के हर दिन की तरह शाम 5 से 6 बजे के बीच अठुरवाला रोड पर घूमने जाने के बाद से घर वापिस न आने की शिकायत दर्ज करवाई थी जिसपर पुलिस द्वारा काफी छानबीन व बुज़ुर्ग के मोबाइल स्विच ऑफ होने के चलते बुज़ुर्ग का कहीं कोई पता नही चल पाया था। जिसपर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनमजेय खंडूड़ी द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले में एसपी देहात,क्षेत्राधिकारी डोईवाला, एसओजी व थाना स्तरीय टीम गठित कर बुज़ुर्ग की तलाश करने के निर्देश दिये थे। जिसपर उपरोक्त टीम व अधिकारियों द्वारा घटनास्थल के आसपास के सभी सीसीटीवी,बुज़ुर्ग की कॉल डिटेल, उनके बैंक खातों की जानकारी, मुखबिरी तंत्रों के जरिये घटना का अवलोकन की कार्यवाही की गई। जिस बीच 14 सितंबर को पुलिस को सौंग नदी के किनारे से बुज़ुर्ग का शव प्राप्त हुआ था। सौंग नदी के किनारे से बुज़ुर्ग का शव प्राप्त होने पर पुलिस टीम द्वारा मामले की तफ्तीश तेज़ करते हुए सीसीटीवी के आधार पर घटना वाले दिन मृतक का उसके दोस्त विजय जोशी के घर जाने की जानकारी मिली व उस दिन उसके घर पर दो व्यक्तियों के भी होने की जानकारी मिली। पुलिस द्वारा बुज़ुर्ग के लापता होने के दिन दो व्यक्तियों का अनावश्यक रूप से मृतक के घर पर होने को शक गहराने को लेकर पुलिस द्वारा उन दो व्यक्तियों की तलाश की गई जिसपर पुलिस द्वारा उनमे से एक व्यक्ति को ढूंढ मामले में मृतक के दोस्त द्वारा उसके व उसके साथी को 5-5 लाख रुपये का लालच देकर बुज़ुर्ग की हत्या करने का खुलासा किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार मृतक सुभाष चंद्र जोशी अविवाहित था व अपने दोस्त विजय जोशी(48) पुत्र स्व0 दर्शन लाल निवासी जीवनवाला की पत्नी पर बुरी नज़र रखता था। विजय जोशी मृतक का दोस्त था व उसके सभी व्यक्तिगत व जमीनी संबंधी कार्य किया करता था। मृतक द्वारा मुख्य अभियुक्त विजय को 4-5 लाख रुपये कर्ज दिया गया था जिसे वह बार बार वापिस मांगता था किंतु ठेकेदारी के काम मे मुनाफा न होने पर विजय आर्थिक परेशानी से जूझ रहा था।इसके अतिरिक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने बलविन्दर सिह पुत्र कपूर सिंह निवासी जीवनवाला से एक प्लाट का सौदा 26 लाख रुपये में किया था जो कि विजय जोशी के जरिये हुआ था, इस प्लाट का एग्रीमेन्ट अभियुक्त विजय जोशी ने चालाकी से अपने नाम कर दिया था वर्तमान समय में इस प्लाट की कीमत लगभग 1 करोड रुपये है।सुभाष चन्द्र शर्मा उक्त प्लाट को अपने नाम करवाने के लिये अभियुक्त विजय जोशी पर दबाव बना रहा था लेकिन अभियुक्त विजय जोशी की नियत खराब हो गयी थी वह उक्त प्लाट को स्वंय हडपना चाहता था। जिसके लिए उसने (1)विरेन्द्र उर्फ रविन्द्र(29) पुत्र स्व0 छोटन निवासी खैरी कला नेपाली फार्म श्यामपुर व (2) सतपाल पुत्र स्व0 धनीराम निवासी निवासी खैरी कला नेपाली फार्म,श्यामपुर को 5-5 लाख रुपये का लालच देकर सुभाष की हत्या करने के प्लान में शामिल कर लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार घटना वाले दिन मृतक अपने घर वापिस जाने से पहले अपने दोस्त व मुख्य अभियुक्त विजय जोशी के घर जमीन वापिस अपने नाम करवाने की बात करने उसके घर गया।जहां अभियुक्त की पत्नी जन्माष्टमी का त्योहार होने के चलते अपने बच्चो के साथ अपने मायके गयी थी। सुभाष के विजय के घर आने के कुछ देर बाद विरेन्द्र व सतपाल मोटर साइकिल से विजय के घर आये जिसपर मौका पाकर अभियुक्त विजय जोशी ने सतपाल व वीरेन्द्र उपरोक्त के साथ मिलकर सुभाष चन्द्र जोशी की हत्या कर दी तथा उसी रात शव की पहचान मिटाने के मकसद से शव के कपडे उतारकर शव को सौंग नदी में फेक दिया। पुलिस ने अभियुक्त विजय की निशानदेही पर मृतक सुभाष चन्द्र शर्मा के घटना के दिन पहने कपडो को बरामद किया गया तथा अभियुक्त विरेन्द्र उर्फ रविन्द्र से मृतक के दो पास बुक व दो चैक बुक बरामद की है।अभियुक्त सतपाल फरार है जिसके गिरफ्तारी के प्रयास जारी है ।