चमोली-: खाकी अपने आपको जहां कानून के दायरे में रखना भलीभांति जानती हक़ी तो फर्ज अदायगी में किसी सीमा में बंधना नही जानती। ड्यूटी की मांग पर हर मोर्चे पर मुस्तैद खड़ी है तो आम जनता की सहायता को मदद का हाथ भी बन रही है। विधानसभा चुनावों को लेकर आज जनपद चमोली में हुए मतदान को लेकर जहां युवा वर्ग व पहली दफा वोटर कहलाने वाले लोगों ने भारी संख्या में पहुंच मतदान किया वहीं लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व मतदान का कर्तव्य निभाने को आस देख रहे बुजुर्गों को खाकी ने कभी अपने कंधे व कभी अपने हाथों का सहारा देकर मतदान केंद्र पहुंचाया जिसके चलते कई बुजुर्ग लोकतंत्र का आधार बनाने में अपना योगदान दे सके।
जनपद चमोली में निर्वाचन को निष्पक्ष व स्वतंत्र रूप से सम्पन्न करवाने को एक तरफ जहां खाकी ठंड व विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी ड्यूटी संभाले हुए खड़े दिखे तो वहीं गांव के जिन बुजुर्गों ने पोलिंग बूथ जाकर मतदान करने की इच्छा जताई तो किसी खाकी ने खुद बुजुर्ग महिला का हाथ थाम उन्हें मतदान केंद्र पहुंचाया, तो चलने में असमर्थ बुजुर्ग को एक खाकी ने अपनी गोद मे उठा उनसे वोट दिलवाया। लकड़ी व व्हीलचेयर के सहारे मतदान केंद्र पहुंचे कई बुजुर्ग मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र का रास्ता थकने वाले नही था जब खाकी ने उनके एक हाथ को थामा तो व्हीलचेयर का हैंडल संभाले खाकी बुजुर्ग के साथ खड़ी नज़र आई।झुकी कमर के सहारे ही मतदान को आये वृद्ध को खाकी के सहारे ने संबल दे मतदान करवाया तो उन्होंने खाकी का आभार जताया। चमोली में ड्यूटी में तैनात हर एक अधिकारी व कर्मचारी द्वारा लगातार एक तरफ जहां ड्यूटी को प्रतिबद्धता दिखाई जा रही है तो मानवीय मूल्यों को जीवित रखने के सफल प्रयास किये है।