ऋषिकेश। यहाँ मानवता को शर्मसार करने वाली घटना प्रकास में आई है, बस में अक्सर देखने मे आता है महिलाओं बुर्जुगों व बच्चो को हर कोई सवारी अपनी सीट पर एडजस्ट करने की कोशिश करते है। जोकि हमारे संस्कारो में विदित है।लेकिन रोडवेज के चालक परिचालक के दादागीरी के आगे यहाँ दुधमुंहे बच्चे के साथ महिला को 11 घण्टे का सफर खड़े- खड़े करना पड़ा गया।
ऋषिकेश से रुपैडिया जाने वाली बस में दुधमुंहे बच्चे संग सवार हुई महिला की सीट पर सामान रखवा दिया गया। मजबूरन महिला को बच्चे के साथ 11 घंटे का सफर खड़े-खड़े करना पड़ा। कार्रवाई की बात हुई तो परिचालक रोडवेज कर्मचारियों का नेता निकला। कार्रवाई करने में रोडवेज प्रशासन को 10 दिन लग गए।
महिला यात्री को सीट से उठा कर उस पर सामान भरने वाले कंडक्टर और ड्राइवरों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए रोडवेज ने कंडक्टर को निलंबित करने के साथ बस के दोनो ड्राइवरों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
इसी माह 14 मार्च को नेपाल के यात्रियों से भरी ऋषिकेश डिपो की साधारण बस संख्या यूके 07 पीए-3082 में रुपैड़िया जा रही नेपाल की महिला यात्री को चालक परिचालक ने जबरन सीट से उठाकर वहां सामान लाद दिया था। यह महिला आपातकालीन द्वार वाली सीट पर गोद में बच्चे को लिए बैठी हुई थी। उक्त बस के नजीबाबाद पहुंचने पर परिचालक ने आपातकालीन द्वार खोलकर वहां से सामान बस में चढ़ाया एवं महिला को जबरन सीट से उठा दिया। सामान सीट पर रखने व जबरन उठाने का महिला ने विरोध किया तो परिचालक ने उससे बदसलूकी की और बस से उतारने की धमकी दी। जब अन्य यात्रियों ने विरोध किया तो बस के दोनों चालक भी बीच गैलरी में आ गए और महिला व शेष यात्रियों को धमकाया। बस से उतारने की धमकी सुनकर यात्री डर गए और फिर किसी ने विरोध नहीं किया। यह हालात रहे कि महिला ने बच्चे को गोद में लेकर रुपैड़िया तक का सफर तय किया।
बस में सवार एक छात्र ने मोबाइल पर पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया। साथ ही सीट पर लादे गए सामान व बच्चे को गोद में लेकर सफर करने वाली महिला की कुछ फोटो भी खींच लीं। छात्र ने बस में अंकित रोडवेज अधिकारियों के शिकायती नंबर पर वीडियो व फोटो शेयर कर दिए । यही नहीं, छात्र ने बस में से ही मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता से फोन पर बात की ओर
उन्हें घटनाक्रम की जानकारी दी। मंडल प्रबंधक ने परिचालक से फोन पर बात कराने को कहा तो छात्र ने बताया कि परिचालक उसे भी धमकी देगा और बस से उतार देगा। उसी दिन कार्रवाई करते हुए मंडल प्रबंधक ने दोनों चालक व परिचालक को आफरूट करने के आदेश दे दिए थे। देहरादून मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने जांच घटना को सही पाये जाने पर अब नियमित परिचालक संजय वर्मा को निलंबित कर दिया, जबकि बस में सवार दोनों विशेष श्रेणी संविदा चालकों को बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए। लंबी दूरी के कारण इस बस पर दो चालक तैनात रहते हैं। इससे पूर्व मंडल प्रबंधक ने पहले मामले की जांच एजीएम ऋषिकेश पीके भारती को सौंपी थी, लेकिन उनकी ओर से जांच में हीलाहवाली किये जाने पर मंडल प्रबंधक ने छात्र द्वारा भेजे गये वीडियो एवं फोटो की खुद जांच का निर्णय लेते हुए छात्र के मोबाइल पर बात कर बयान दर्ज किए। फिर बीती रोज कार्रवाई के आदेश दिए। मंडल प्रबंधक ने एजीएम ऋषिकेश को भी चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने तत्काल कार्रवाई कर उन्हें अवगत नहीं कराया तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।