*कर्तव्य में आशीर्वाद भी कमा रही मित्र पुलिस* *(अर्जुन सिंह भण्डारी)*
मुनि की रेती-:
*कर्तव्य निर्वहन में जब जनता से दुआ मिले तो उस फर्ज का ईमान भी दोगुना हो जाता है।*
देश के अलग अलग कोनों से देवभूमि उत्तराखंड पधार रहे यात्रियों की यात्रा को सुरक्षित व सुगम बनाने को उत्तराखंड पुलिस लगातार सफलतम स्तर पर कर्तव्यबद्धपूर्ण अडिग बनी हुई है। जिसमे खासतौर पर पुलिसकर्मियों द्वारा चारधाम यात्रा को दूर प्रदेश से पहुंचे यात्रियों को उनके बिछुड़े परिजनों से मिलवाने की मानवीय सहायता व ‘मित्र पुलिस’ की अमिट छवि यात्रियों के हृदय में अंकित की जा रही है।
आज रविवार को थाना रानीपोखरी निवासी विजेंद्र बिष्ट दोपहर को अपने साथ 70 वर्षीय एक व्यक्ति को लेकर थाना मुनि की रेती अंतर्गत चौकी ढालवाला पहुंचे जो लगातार रो रहे थे। ड्यूटी पर मौजूद हेड कांस्टेबल सच्चिदानंद द्वारा विजेंद्र बिष्ट से उन व्यक्ति का रोने का कारण पूछा तो उन व्यक्ति द्वारा उन बुजुर्ग का अपने परिजनों से बिछुड़ने की जानकारी दी व उस बुजुर्ग की सहायता करने को कहा। जिसके बाद वह व्यक्ति उन बुजुर्ग को पुलिस को सुपुर्द कर चले गया। जिसके बाद हेड कांस्टेबल सच्चिदानंद द्वारा जब बुजुर्ग से उनका नाम व पता पूछा तो वह उनके द्वारा अपना नाम रामस्वरूप निवासी मुरैना,मध्य प्रदेश बताया। हेड कांस्टेबल द्वारा उनके परिजनों के संबंध में अन्य जानकारी पूछने पर उन बुजुर्ग ने बताया कि *वह अपने परिजनों के साथ बद्रीधाम के दर्शन के लिए निकले थे और आज सुबह रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद वह उनसे बिछुड़ गए। उन बुजुर्ग ने बताया कि वह उन्होंने सुबह से कुछ खाया-पिया नही है। उन्हें बहुत भूख लग रही थी किन्तु उनकी जेब मे कोई पैसे भी नही होने की वजह से वह भूखे है। जिसके बाद चौकी पर नियुक्त अन्य आरक्षी संदीप कुमार द्वारा उन बुज़ुर्ग को सबसे पहले चाय बिस्कुट खिलाया गया जिसके बाद उनके द्वारा उन्हें भोजन भी करवाया* गया। जिसके बाद पुलिस कर्मियों द्वारा *चौकी प्रभारी सचिन पुंडीर को उक्त बुजुर्ग के विषय मे सम्पूर्ण जानकारी दी गयी। जिन्होंने उन बुजुर्ग को जल्द ही उनके परिजनों से मिलवाने का आश्वासन देकर चौकी में आराम करने* को कहा।
बुजुर्ग के परिजनों को ढूंढने को *हेड कांस्टेबल द्वारा एसडीआरएफ टीम से संपर्क कर बद्रीनाथ धाम जाने वाले यात्रियों में बुजुर्ग व उनके साथ जाने वालों का पंजीकरण जांचने की सहायता मांगी। जिसपर एसडीआरएफ द्वारा त्वरित रिस्पांस देते हुए बुजुर्ग के पंजीयन की पुष्टि* करते हुए उनके पंजीयन में दिए दो मोबाइल नंबर पुलिस से साझा किए। जिसपर चौकी टीम द्वारा उनपर कॉल की गई तो एक नंबर पर सम्पर्क नही हो पाया किन्तु दूसरे नंबर पर लगातार घण्टी जाने के बाद भी सामने वाले व्यक्ति द्वारा नही उठाया गया। जिसके बाद *चौकी प्रभारी सचिन पुंडीर द्वारा एसडीआरएफ से उक्त दूसरे नंबर की वर्तमान लोकेशन निकालने का आग्रह किया जिनके द्वारा उक्त नंबर का ऋषिकेश बस अड्डे पर होना बताया गया। जिसके बाद चौकी प्रभारी व हेड कांस्टेबल द्वारा बिन देरी किये उन बुजुर्ग को अपने निजी वाहन में बिठा ऋषिकेश बस अड्डे* ले गए व उन बुजुर्ग व्यक्ति का नाम पब्लिक अनाउंसमेंट के जरिये बोलकर उनके परिजनों को उस काउंटर में आने को कहा। जिसके कुछ ही देर बाद उन बुजुर्ग के परिजन उस काउंटर में आये तो बुजुर्ग अपने परिजनों को देख बहुत खुश हो गए।
परिजनों के अनुसार वह सुबह आज मध्य प्रदेश से बद्रीनाथ जाने को ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर उतरे थे जिस दौरान बस अड्डा जाते समय वह बुजुर्ग उनसे बिछुड़ गए। उनके द्वारा उन बुजुर्ग को काफी देर ढूंढा गया किन्तु काफी तलाश करने के बावजूद जब वह बुजुर्ग उन्हें नही मिले तो वह उनके मिलने की उम्मीद में वहीं बस अड्डे पर बैठ गए। बुजुर्ग व्यक्ति के परिजनों द्वारा पुलिस टीम द्वारा उन बुजुर्ग को उनसे मिलवाने पर आभार व्यक्त किया गया जिसके बाद उन बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा दोनों पुलिस कर्मियों को आशीर्वाद देते हुए तरक्की की शुभकामनाएं दी। जिसके बाद वह अपने परिजनों के साथ बद्रीनाथ धाम को अग्रसर हो गए।