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देहरादून:- उत्तराखंड राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को महिला पुलिस अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता कर उनका हौसला बढ़ाया। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने एसपी सिटी श्रीमती श्वेता चैबे और डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल से वार्ता की। राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान संकट में सभी कोरोना वैरियर्स विशेष रूप से महिला डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य-कर्मी, सफाई-कर्मी और पुलिस-प्रशासन की महिला कर्मियों द्वारा अदम्य साहस और कौशल का परिचय दिया जा रहा है। यह सभी महिला कार्मिक अपने परिवार और छोटे-छोटे बच्चों का ध्यान रखना तो दूर उनसे ठीक से मिल भी नहीं पा रही हैं। एसपी सिटी श्रीमती श्वेता चैबे से बात करते हुए राज्यपाल ने उनके माध्यम से सभी महिला पुलिस कार्मिकों को धन्यवाद दिया कि वे अपने परिवार और बच्चों को घर पर छोड़ कर समाज की सेवा एवं रक्षा में दिन-रात लगी हुई है। डी.आई.जी रिद्धिम अग्रवाल से बात करते हुए राज्यपाल ने उनसे प्रदेश में उल्लेखनीय कार्य करने वाले सभी कोरोना वॉरीअर्स की सूची मांगी जिनसे वे स्वयं दूरभाष पर बात करके उनका हौसला वर्धन करेंगी और प्रदेश की जनता की ओर से उन्हें धन्यवाद भी देंगी। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कुछ दिन पहले कोरोना के इलाज से संबंधित सभी सरकारी अस्पतालों में कुछ डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों से वार्ता कर उनका हौसला बढ़ाया था।
राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को दून विश्वविद्यालय, औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार, कुमाऊं विश्वविद्यालय और श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपतियों से भी दूरभाष पर वार्ता की। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कृषि तथा औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, भरसार को निर्देश दिया कि वे वर्तमान संकट एवं लॉक डाउन के कारण कृषि तथा औद्योगिकी के क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभाव की इंपैक्ट स्टडी भी करें जिससे सरकार को दीर्घकालीन नीति निर्धारण में सहायता मिल सके। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने सभी विश्वविद्यालयों के शिक्षण और गैर शिक्षण स्टाफ को सामुदायिक किचन तथा गरीबों की सहायता के लिए किए जा रहे विभिन्न कार्यों में प्रशासन की नियमित रूप से सहायता करते रहने के निर्देश भी दिए। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने आने वाले शैक्षणिक सत्र को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्टडी मेटेरियल विकसित करने पर भी ध्यान केंद्रित करने को कहा है, जिससे नियमित कक्षाओं के प्रभावित होने पर विद्यार्थियों का पठन-पाठन सुचारू रूप से चल सके। राज्यपाल ने वर्तमान समय में जारी शोध कार्यों को यथासंभव लॉक डाउन की स्थिति में भी जितना प्रगति पर रखा जा सकता है उस पर विचार करने को कहा।
औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, भरसार के कुलपति प्रो अजीत कर्नाटक ने बताया कि सेब सहित कई फलों के परागण (पॉलिनेशन) प्रभावित होने की आशंका है क्योंकि पॉलिनेशन बढ़ाने के लिए बागानों में मधुमक्खियों के बॉक्स रखने की प्रक्रिया भी प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि सब्जियों जड़ी-बूटियों और फूलों की नर्सरी भी प्रभावित होने की आशंका है। कोरोना वायरस के संकट के कारण शहरों से गांव की ओर लौटे लोगों की आजीविका पर भी विचार करने की आवश्यकता होगी