देहरादून:-पूरे भारत मे कांग्रेस पार्टी का जहाज डूबने की कगार पर है लेकिन कांग्रेसी नेता अब भी गलतफहमी का शिकार हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत के बयानों को देखते हुए लगता है वो अभी नींद से जागे नहीं है। आप प्रदेश अध्यक्ष एस एस कलेर ने एक बयान जारी करते हुए कहा, डूबते जहाज की सवारी कर रहे कांग्रेसी नेता हरीश रावत जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं । मीडिया में सुर्खियां बटोरने में महारथ हरीश रावत कुछ ना कुछ बयान आजकल दे रहे कभी सन्यास की बात कर रहे तो कभी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की बात। बिजली पानी फ्री देने को लेकर भी वो जगह जगह बयानबाजी कर रहे जबकि सच्चाई इससे कोसो दूर है। राज्य में पूरे 10 साल राज करने वाली कांग्रेस ने कभी भी बिजली,पानी को लेकर जनता को कोई रियायत नहीं दी,अब आम आदमी पार्टी के सूबे में आ जाने और उनके बढ़ते जनाधार को देखते हुए,पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस की आने वाले समय में बदहाली को समझ चुके हैं इसलिए आम आदमी पार्टी के मुद्दे को लेकर जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं ।आप प्रदेश अध्यक्ष ने कहा,अगर हरीश रावत जनता के इतने हितेषी बनने की कोशिश कर रहे हैं तो वो कांग्रेस के महासचिव हैं और पंजाब के प्रभारी भी,पहले वो पंजाब और कांग्रेस शासित राज्यों में इसकी पहल करें।वहां बिजली,पानी फ्री करे ना कि जनता को बरगलाएं।
हरीश रावत को अब समझ लेना चाहिए कि जनता उनके मंसूबों को समझ चुकी है और अब उनके बहकावे मे आने वाली नहीं है ।इससे पहले भी उन्होंने खुद मां गंगा के आस्तित्व से खिलवाड़ करते हुए इसे स्केप चैनल घोषित किया और जब सत्ता से बेदखल हुए तो ,तब उनको हरिद्वार के संतों से माफी मांगने की याद आई,लेकिन उन्हें ज्यादा तवज्जो नहीं मिली,फिर उन्होंने 2022 में सत्ता में आने के लिए बागियों पर निशाना साधा लेकिन वहां भी उनके ही पार्टी के नेताओं ने उनकी बोलती बंद कर दी। इसके बाद उन्होंने आप पार्टी का मुफ्त बिजली पानी देने का फार्मुला अपनाया लेकिन आप पार्टी के नेताओं ने और जनता ने उन्हें खरी खोटी सुनाई । आप अध्यक्ष ने कहा, कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी दोहरे चरित्र वाली पार्टी है। जो कहती कुछ है,करती कुछ है जबकि आप पार्टी की कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है। आप पार्टी जनता के लिए जो कहती है धरातल पर वो कार्य नजर आते हैं और यही वजह है कि आप पार्टी को दिल्ली की जनता ने लगातार तीन बार सत्ता में बिठाने का कार्य किया। उन्होंने कांग्रेस और हरीश रावत दोनों पर ही निशाना साधते हुए कहा कि आज हरीश रावत कह रहे हैं कि 2022 के चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस प्रदेश की जनता को मुफ्त बिजली पानी देने का वादा करेगी। आप अध्यक्ष ने कहा, हरीश रावत इस प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं तब उन्हें याद नहीं आई,आज आम आदमी पार्टी पर लोगों के बढ़ते विश्वास और कांग्रेस के गिरते ग्राफ से हरीश रावत को आप के मुद्दों के अलावा कुछ नजर नहीं आ रहा है । इसके अलावा, हरीश रावत सत्ता में आते ही ,प्रदेश में कोरोना की दवा मु्ुफ्त देने का शिगूफा भी छोड़ रहे जिसपर आप अध्यक्ष ने कहा,पहले जिन प्रदेशों में उनकी सरकार है वहां कांग्रेस को पहले घोषणा करनी चाहिए कि वहां की जनता को वो मुफ्त कोरो ना टीका देंगे।
आप अध्यक्ष ने हरीश रावत के उस बयान पर भी चुटकी लेते हुए कहा जिसमें उन्होंने, माना कि 2022 का चुनाव बीजेपी बनाम आम जनता का होगा। यानि हरीश रावत की माने तो खुद कांग्रेस महासचिव, और पूर्व मुख्यमंत्री मान चुके हैं 2022 की लड़ाई आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच होगी और कांग्रेस ने अपने हथियार डालते हुए,खुद को किनारे कर चुके हैं ।
आप अध्यक्ष ने हरीश रावत को नसीहत देते हुए कहा, कांग्रेस के भीष्म पितामह और राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की प्रतिज्ञा तोडते हुए राजनीति से सन्यास ले लें, क्योंकि राजनीति के खेल में वो ही खिलाडी अक्लमंद कहलाता है जो समय और उम्र के तकाजे को ध्यान में रखकर सन्यास ले लेता है, और यही वो समय है जो उनके अनुकूल है जब उनको राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए।