*कौन बनेगा करोड़पति में लॉटरी जीतने के नाम पर लोगों को लगा रहे थे लाखों का चूना, दो साईबर ठग गिरफ्तार* *अर्जुन सिंह भंडारी*
देहरादून-: भारतीय टीवी जगत के चर्चित क्विज शो कौन बनेगा करोड़पति में लाखों की लॉटरी जीतने जीतने पर विभिन खातों में टैक्स व रजिस्ट्रेशन फीस अदायगी के नाम पर देशभर के लोगों से लाखों की ठगी करने वाले दो शातिर साईबर ठगों को दून पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) व साइबर पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार करने में बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी है। पकड़े गए अभियुक्तों के तार श्रीलंका व दुबई के डीलरों से जुड़े हुए है।
गौरतलब है कि आम जनता के बड़े स्तर पर इंटरनेट की दुनिया में व्यस्त रहने के चलते अपराधियों द्वारा साईबर ठगी के जरिये लोगों से ठगी की जा रही है जिसमे हर साल हजारों लोगों से लाखों रुपये की ठगी की जा रही है। राजधानी देहरादून में सेना में हवलदार एक व्यक्ति द्वारा एसटीएफ को उनसे सात लाख रुपये ठगने की शिकायत की गई। उनके अनुसार किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनसे ‘कौन बनेगा करोड़पति शो’ में उनके द्वारा 25 लाख रुपये लॉटरी में जीतने के नाम पर उस राशि को प्राप्त करने हेतु विभिन खातों में रजिस्ट्रेशन शुल्क, बैंक शुल्क व इनकम टैक्स के नाम पर सात लाख रुपये ट्रांसफर करवाये गए। एसटीएफ को मिली इस शिकायत के बाद साईबर ठगी के इस मामले को लेकर साईबर क्राईम पुलिस थाना को मामले की सूचना दी गयी जिसकी विवेचना निरीक्षक पंकज पोखरियाल को सौंपी गयी।मामले की जांच करने पर साईबर टीम को व्हाट्सएप्प कॉल का पाकिस्तान की आईपी एड्रेस व नंबरों का कर्नाटक व बिहार क्षेत्र के होने का पता चला। वादी द्वारा एसटीएफ को बताये गए बैंक खाता संख्या की जांच करने पर वह खाते तमिलनाडु, बिहार, उत्तर प्रदेश,गुजरात, असम आदि राज्यों के भारतीय स्टेट बैंक,पंजाब नेशनल बैंक,बैंक ऑफ इंडिया आदि 14 खातों के जरिये लिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई।
देश के विभिन्न राज्यों व अलग अलग बैंकों के अलग अलग खातों में पैसे लिए जाने की जानकारी से एसटीएफ व साईबर पुलिस टीम को इस मामले के तार बड़े स्तर पर जुड़े होने की आशंका हई जिसपर साईबर टीम द्वारा उन खातों में अभी तक हुए ट्रांसक्शन को लेकर विस्तृत जानकारी निकाली गई जिसमें साईबर पुलिस टीम को उन सभी खातों में तीन माह के अंदर एक करोड़ रुपये से ज़्यादा की रकम लेने व देने का पता चला। इन बैंक खातों के ट्रांसक्शन में संदिग्धता दिखने पर निरीक्षक पंकज पोखरियाल द्वारा अपनी टीम को इस विषय मे जानकारी एकत्रित करने को तमिलनाडु,दिल्ली,कर्नाटक भेज गया जहां पुलिस द्वारा खुफिया तंत्रों व सुरागसी जरियों के जरिये काफी खोजबीन के बाद दो अभियुक्त वेलिनायगम पुत्र सुदालई व पी0जॉनसन पुत्र डॉ0पोंनीः दोनो निवासी तिरुनेवेल्ली,तमिलनाडु को गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार पकड़े गए साईबर ठग किसी प्रतिष्ठित कंपनी के डीलर है जो दोनों ही श्रीलंका व दुबई के उसी कंपनी के बड़े डीलरों से संपर्क में है।उनके अनुसार वह बड़े डीलर ही देश भर के लोगों से कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर लाखों की ठगी को अंजाम देते है और पैसे जमा करने के लिए वह और उन जैसे देश में फैले और साईबर ठग अपना बैंक खाता उन्हें उपलब्ध करवाते है जिसमे उन लोगों द्वारा पैसा ट्रांसफर करने के बाद उन अभियुक्तों अपना 3 से 5 प्रतिशत कमीशन लेने के बाद दुबई व श्रीलंका के उन डीलरों के खाते की आईडी पर रिचार्ज के माध्यम से भेज देते है।पुलिस के अनुसार पकड़े गए अभियुक्त लगभग 5-6 वर्षों से इस प्रकार से लोगों को ठग रहे है जिसमे अभी तक उनके द्वारा लोगों से लगभग 10 से 12 करोड रुपये ठगने का अनुमान है।
*थाना साईबर द्वारा देश मे बढ़ते साईबर अपराधों के चलते आम जनता से +92 व +971 से शुरू होने वाले अंकों के फ़ोन नबरों द्वारा लॉटरी की संबंधी कॉल पर झांसे में न आने की अपील की है व कोई भी शक होने पर साइबर क्राईम पुलिस थाना को सूचित करने को कहा।*