कर्णप्रयाग : जन्तर मंतर पर प्रदर्शन कर रही महिला पहलवानों के समर्थन में सामाजिक राजनैतिक कार्यकर्ताओं ने थाली बजाकर किया हल्ला बोल
कर्णप्रयाग /देहरादून। दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रही महिला पहलवानों के समर्थन में केंद्र सरकार को जगाने के लिए शनिवार को राजनैतिक दलों और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कर्णप्रयाग में थाली बजा कर प्रदर्शन किया तथा उप जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा गया।
भाकपा माले के प्रदेश सचिव इंद्रेश मैखुरी, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुभाष गैरोला, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी, अरविंद चैहान आदि का कहना है कि कॉमनवैल्थ से लेकर ओलंपिक तक देश की झोली पदकों से भरने वाले पहलवान, नयी दिल्ली में जंतर-मंतर पर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह, महिला पहलवानों का यौन शोषण करते हैं,
पहलवानों का यौन शोषण करते हैं, इसलिए उनके विरुद्ध कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद अफसोस की बात है कि “बेटी बचाओ-बेटी पढाओ” का नारा देने वाली सरकार के राज में देश की महिला खिलाड़ियों के यौन शोषण के आरोपित के खिलाफ एफआईआर करवाने के लिए भी उच्चतम न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ा रहा है। ऐसा इसलिए क्यूंकि आरोपित, सत्तापक्ष से संबंधित है। उन्होंने कहा कि खेल संघों के पदाधिकारियों पर खिलाड़ियों के यौन शोषण के आरोप का यह इकलौता मामला नहीं है। बीते मार्च के महीने में उत्तराखंड में चमोली जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव और कोच नरेंद्र शाह का क्रिकेट में भविष्य बनाने की इच्छुक बच्ची से बेहद अश्लील बातें करता हुआ ऑडियो वाइरल हुआ। मुकदमा दर्ज हुआ और आरोपित को गिरफ्तार होते ही तुरंत जमानत मिल गई।
उन्होंने कहा कि इस तरह देखें तो खेल संघों के पदाधिकारियों की ओर से खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न और ऐसे करने के आरोपियों का त्वरित बचाव, दोनों ही आम हैं। यह इसी तरह चलता रहा तो देश भर में खेल में करियर बनाने की इच्छुक युवतियों के लिए घर से बाहर निकलना ही मुश्किल हो जाएगा । उनका आरोप है कि यह कैसी विडंबना है कि खेल संघ, यौन कुंठा से भरे लोगों के कब्जे में हैं। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि खेल और खिलाड़ियों को ऐसे लोगों से मुक्त कराने के लिए आवश्यक है कि महिला पहलवानों की ओर से उठाए गए मामले में कठोर कार्रवाई हो। बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल भारतीय कुश्ती संघ और संसद से बर्खास्त करके गिरफ्तार किया जाये. इस प्रकरण की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाये।
थाली बजाकर प्रदर्शन करने वालों में इन्द्रेश मैखुरी, सुभाष गैरोला, मुकेश नेगी, बीरेन्द्र सिंह मींगवाल, मदन मोहन चमोली, किशन सिंह बिष्ट, अरविंद चैहान, सुभाष रावत, राजेंद्र सिंह नेगी, आयुष नेग, राम दयाल, संदीप कुमार आदि शामिल थे।