धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत संचालित 12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत व्यावहारिक जानकारी उपलब्ध कराने हेतु उत्तराखण्ड ओद्यानकी एवम वानिकी विश्वविद्यालय भरसार के शोध एवं प्रसार केंद्र काणाताल का भ्रमण कराया गया। सेब, आडू, खुबानी, कीवी, स्ट्रॉबेरी, अमरूद के उत्पादन की विधि के बारे में शोध केंद्र के नोडल डॉ0 प्रांजल नौटियाल ने बागवानी और कृषि के माध्यम से आत्मनिर्भरता एवं सतत आजीविका के क्षेत्र में छात्राओं का ज्ञान वर्धन किया। शोध केंद्र में भ्रमण के दौरान छात्रों ने सेब की विभिन्न प्रजातियों एवम इसके उत्पादन एवं पोलिनेशन, कटिंग आदि के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही छात्रों ने काणाताल में होमस्टे पर्यटन की अपार संभावनाओं एवम सैटेलाइट गंतव्य के रूप में इसके उभरते स्वरूप की जानकारी ली ।
साहसिक पर्यटन में निम उत्तरकाशी के प्रशिक्षित सुरेश रमोला ने पर्यटन उद्यमिता में अवसरों को चिन्हित करते हुए कहा कि काणाताल में साहसिक खेलों 7 में जॉइंट स्विंग, जिपलाइन, स्काई साइकलिंग, स्काई ब्रिज, वैली ब्रिज, टायर वॉक जैसी गतिविधियों की अत्यधिक डिमांड है जिस हेतु स्वयं सुरेश रमोला द्वारा काणाताल में अपना स्वयं का व्यवसाय कर आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम उठाया गया है। साथ ही कई स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराए हैं।
स्वरोजगार हेतु सुरेश रमोला द्वारा छात्र-छात्राओं को शैक्षिक पर्यटन में प्रशिक्षित किया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल डॉक्टर संजय महर अहमदाबाद के मास्टर ट्रेनर मेहुल समधिया, मनीष, शिशुपाल, अजय के साथ ही प्रशिक्षण ले रहे छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
आगराखाल स्थित विंटरलाइन रिजॉर्ट का भी भ्रमण कर स्थानीय उत्पाद जैसे नमक, जख्या, लेमनग्रास एवम हर्बल प्रोडक्ट्स के निर्माण प्रक्रिया की भी जानकारी ली।