श्रम बोर्ड में करोड़ों के कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने बेबाक़ी से मीडिया के सामने रखी अपनी बात।
आपको बता दें कि हाल ही में भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को हटाया गया था. इसके फौरन बाद मंत्री हरक सिंह की करीबी बोर्ड में सचिव दमयंती रावत को भी हटा दिया गया. अब नव निर्वाचित बोर्ड ने पूर्ववर्ती कार्यकाल के स्पेशल ऑडिट की संस्तुति भी दे दी है. इसके अलावा मंत्री हरक सिंह रावत के कार्यकाल में तैनात 38 कर्मचारियों को भी बोर्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. खास बात यह है कि मंत्री के विधानसभा में बनाए गए कैंप कार्यालय को भी बंद करने का फैसला लिया गया है.