प्रदेश में राजनैतिक हलचल, हरक सिंह रावत दिल्ली रवाना, अब होने जा रहा है अहम फैसला,,
साफ है बीजेपी जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष को लेकर फैसला किया जा सकता है वैसे भी हरक सिंह रावत पिछले दिनों चुनाव ना लड़ने की बात कह चुके हैं और 30 सीटों में उनके प्रभाव होने के बाद भी वह कर चुके हैं ऐसे में इस बात को लेकर जरूर पेन स्थल सकता है कि प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री दोनों ठाकुर हो जाएंगे तो फिर पार्टी आलाकमान कैसे बैलेंस बनाएगी हालांकि पार्टी आलाकमान को गढ़वाल से प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर दबाव लगातार बढ़ रहा है क्योंकि हरिद्वार से मदन कौशिक भले ही अध्यक्ष हैं लेकिन वह पहाड़ी चेहरा नहीं है
जबकि हरक सिंह रावत का उत्तराखंड के कई विधानसभा क्षेत्रों में प्रभाव है हालांकि हरक सिंह रावत की नाराजगी उपेक्षा को लेकर है लेकिन अगर पार्टी इतनी बड़ी जिम्मेदारी उन्हें देती है तो ना केवल हरक सिंह रावत की नाराजगी खत्म होगी बल्कि पार्टी संगठन में भी उनका हस्तक्षेप बढ़ेगा वहीं अगर हरक सिंह रावत को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया तो भी उन्हें चुनावों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर पार्टी उनकी जिम्मेदारी बढ़ा सकती है