अमन कुकरेती की शिकायत पर पहुंचे चीता पुलिस के चारों सिपाहियों की कार्यप्रणाली दिखाई पड़ी संदिग्ध??
ऋषिकेश (श्यामपुर)। डेढ़ घण्टे तक मौजूद रहने के बाद स्थानीय पुलिस चौकी श्यामपुर द्वारा कोई कार्यवाही न होता देख जब भाजयुमो जिला महामंत्री अमन कुकरेती और क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रभाकर पैन्यूली के घटना स्थल से चले जाते वैसे ही रेस्टोरन्ट का मालिक पहुंच जाता है। जिस पर क्षेत्र में शराब तस्करी के आरोप लगे है और मौजूद चीता पुलिस में तैनात सिपाहियों से हाथ मिलाते अपने कर्मचारियों को रेस्टोरेन्ट के अन्दर रहने का इशारा करते हुये बेफीक्री से बाहर घूमता रहता है। क्या है मामला संक्षेप में पढ़े।
10 मीटर की दूरी पर जिला पंचायत सदस्य संजीव चैहान का कार्यालय, एकदम नजदीक से एन0डी0एस0 स्कूल के जाने का मार्ग, सामने डिस्ट्रीक काॅपरेटिव बैंक और बिजली विभाग का शाखा कार्यालय, श्यामपुर क्षेत्र का सबसे पुराना इंडियन आॅयल का डीजल पम्प और 10 मीटर की दूरी पर ही श्यामपुर हाट बाजार और सबसे बड़ी बात महज 150 मी0 की दूरी पर आपकी सामाजिक सुरक्षा की जिम्मेदारी लिये उत्तराखण्ड मित्र पुलिस की श्यामपुर चैकी। इन सब सामाजिक व शैक्षिक संस्थानों के बीच में चल रहा ग्रीन चिली रेस्टोरेन्ट का सरेआम खुला शराब के नशे की तस्करी का अवैध कारोबार? है मौजूद पुलिस प्रशासन के पास इसका कोई जबाव? जिसने जागरूक जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर कार्यवाही करने बजाये, उल्टा ही शराब माफिया को संरक्षण दिया जाना उचित समझा? सोशल मीडिया पर उत्तराखण्ड मित्र पुलिस की साफ छवि को दर्शाने वाले उत्तराखण्ड के डीजीपी करेंगे इन चारों सिपाहियों की कार्यशैली पर कार्यवाही? जिन्हें कार्यवाही करने के लिये भेजा था या शराब माफिया को संरक्षण देने? रेस्टोरेन्ट का शटर खुलवाने और माल बरामदगी करने के बजाये पहरा देते नजर आ रहे ये श्यामपुर पुलिस चैकी में तैनात चारों सिपाही? अखबारों और सोशल मीडिया के माध्यम से की रोज सुबह की सुर्खिया बटोरने के लिये 10 पेटी या 100 पव्वे या 1-2 ग्राम स्मैक के साथ खबरें तो आये दिन प्रकाशित करते रहते है पर जहाँ बड़े-बड़े नशे का कारोबार चलाने वाले बैठे होते है उन पर न तो कोई वैधानिक कार्यवाही होती है और ना कोई गिरफ्तारी, क्यों? बन्द कर देने चाहिये प्रशासन द्वारा नशे के खिलाफ जन जागरूकता वाले कार्यक्रम, जो सिर्फ एक नाटक है और कुछ नहीं? धरातल पर तो कुछ और ही चल रहा है…