ऋषिकेश :एम्स में सोमवार से वर्ल्ड एंटीबायोटिक वीक विधिवत शुरू हो गया,जिसके तहत विभिन्न गतिविधियों के द्वारा लोगों को एंटीबायोटिक के उपयोग व दुरुपयोग पर जागरुक किया जाएगा। इस दौरान नृत्य प्रस्तुति के माध्यम से लोगों को एंटीबायोटिक के सही इस्तेमाल के बाबत जानकारी दी गई। एम्स संस्थान में सोमवार को वर्ल्ड एंटीबायोटिक सप्ताह विधिवत शुरू हो गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने लोगों को हैंड हाईजीन की तौरतरीकों पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि सही तरीके से हाथ धोने की क्रिया का ध्यान रखने से एंटीबायोटिक के उपयोग को कम किया जा सकता है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने लोगों से बिना चिकित्सकीय सलाह के एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की। उन्होंने बताया कि यदि बिना फिजिशियन के परामर्श के एंटीबायोटिक दवाओं का बार-बार उपयोग करने से एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस डेवलप हो जाता है, जिससे उक्त दवा को लेने का उद्देश्य समाप्त हो जाता है। एम्स के डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन व कॉलेज ऑफ नर्सिंग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विश्व एंटीबायोटिक सप्ताह के पहले दिन नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने जनरल मेडिसिन ओपीडी में मॉब डांस के माध्यम से मरीजों व उनके तीमारदारों को हैंड हाईजीन हाथ धोने के तरीके व एंटीबायोटिक के कम इस्तेमाल का संदेश दिया। इस दौरान लोगों से विशेषज्ञ चिकित्सकों से विभिन्न विषयों पर प्रश्न भी पूछे। बताया गया कि सप्ताहव्यापी अभियान के तहत प्रत्येक दिन अलग-अलग जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसके तहत मंगलवार से 24 नवंबर तक एंटीबायोटिक के इस्तेमाल व हैंड हाईजीन विषय पर मेडिसिन ओपीडी व ओपीडी रजिस्ट्रेशन परिसर में नाट्य प्रस्तुति, मेडिकल व नर्सिंग के विद्यार्थियों की क्विज प्रतियोगिता, सार्वजनिक व्याख्यान व विशेषज्ञों की चर्चा, मेडिसिन विभाग द्वारा देशभर के चिकित्सकों की ऑन लाइन क्विज प्रतियोगिता आदि जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष व डीन नर्सिंग प्रो. सुरेश के.शर्मा, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा. मीनाक्षी धर, आयोजन सचिव डा. प्रसन्न कुमार पांडा, सहसचिव डा. मनीष शर्मा व राखी मिश्रा के अलावा डा. वसंता कल्याणी,डा. राकेश शर्मा,प्रसन्न जैली, डा. रूचिका रानी, जेवियर वैल्सी,मलार कोडी, जनक जोशी, दिव्या त्रिवेदी आदि मौजूद थे।