जौरासी दुगड्डा के मूल निवासी शहीद अनंत कुकरेती का पार्थिव शरीर देहरादून लाया गया ,
देहरादून: त्रिशूल चोटी आरोहण के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आने से 6 जवान लापता हो गए थे जिसमे से 4 जवानों के शव बरामद हो गए। वहीं दल के कमांडर और उनकी बेटी काम्या सुरक्षित हैं। उन्हे बेस कैंप में लाया गया है। शहीद जवानों में लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती भी शामिल थे। जानकारी मिली है कि वो मूल रुप से पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा ब्लॉक के जौरासी गाँव के रहने वाले थे। लेकिन वर्तमान में उनका परिवार देहरादून के नत्थनपुर में रहता है।
मिली जानकारी के अनुसार शहीद अनंत कुकरेती की तीन महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी। उनकी पत्नी बैंक में कार्यरत हैं। तीन महीने बाद पति की शहादत की खबर से वो सदमें में है। देहरादून के जोगीवाला, नत्थनपुर गंगोत्री विहार कॉलोनी स्थित जवान के घर पर मातम का माहौल है. आज सोमवार सुबह तकरीबन 10 बजे पार्थिव शरीर घर पर लाया गया। हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती के चचेरे भाई राजेन्द्र कुकरेती ने बताया कि उन्हें शनिवार रात इस बात की जानकारी मिल। परिजन और रिश्तेदार घर पहुंचे। बताया कि शहीद अनंत के पिता जगदीश प्रसाद कुकरेती वन विभाग में रेंज ऑफिसर के पद से रिटायर्ड हैं। अनंत की पत्नी राधा और भाई अखिल मुंबई में रहते हैं। रविवार को पूरा परिवार मुंबई से देहरादून पहुंच गया है. शहीद के घर मातम का मौहाल है. माता-पिता के साथ घर में मौजूद सभी लोग गहरे सदमे में हैं। परिजनों और रिश्तेदारों के आने का सिलसिला जारी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, शहीद अनंत कुकरेती की शादी तीन माह पहले हुई थी। लॉकडाउन के चलते शादी समारोह में कम लोगों को ही बुलाया गया था। जानकारी मिली है कि अनंत कुकरेती आखिरी बार तीन महीने पहले ही अपनी शादी में घर आए थे। शहीद अनंत ने आरआईएमसी से पास आउट होकर एनडीए परीक्षा पास की और इंडियन नेवी में उनका सलेक्शन हुआ। अनंत कुकरेती की पत्नी राधा मुंबई में एसबीआई में ऑफिसर है। इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद से वह गहरे सदमे में हैं।