राजेन्द्र सिंह नेगी के पार्थिव शरीर को भावपूर्ण श्रद्धांजलि के साथ आम जनता ने दी विदाई
देहरादून-: ( अर्जुन सिंह भंडारी ) भारतीय सेना के शहीद हवलदार राजेन्द्र सिंह को आज भारतीय सेना ने तिरंगे में लिपटाकर जैसे ही उनके अम्बिवाला स्थित सैनिक कॉलोनी निवास स्थान पर लाये तो पूरा क्षेत्र गमनीय हो गया जहां उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,महापौर सुनील उनियाल’गामा’, मसूरी विधायक गणेश जोशी,कैंट विधायक हरबंस कपूर सहित हज़ारों स्थानियों द्वारा शहीद राजेन्द्र सिंह नेगी(36) को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के बाद आज ही हरिद्वार में अंतिम संस्कार के लिए रवाना किया गया जिसमे स्थानियों द्वारा शहीद अमर रहे के नारे लगाकर शहीद के पार्थिव शरीर को विदाई दी।
गौरतलब है कि आज से लगभग आठ महीने पहले जनवरी महीने में कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्र गुलमर्ग के एलओसी में ड्यूटी में तैनात 11वीं गढ़वाल राइफल के हवलदार राजेन्द्र सिंह नेगी(36)एवलांच आने के बाद पैर फिसलने के दौरान पाकिस्तानी सीमा में गिरकर लापता हो गए थे जिसके बाद से ही भारतीय सेना द्वारा लगातार उनको ढूंढने का कार्य किया जा रहा था।लगातार पांच महीने की खोज के बाद सेना द्वारा जून महीने में उनको शहीद घोषित किया गया था जिसपर उनके परिजनों द्वारा उनका पार्थिव शरीर स्वयं आंखों से न देख लेने तक उन्हें शहीद मानने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद भी भारतीय सेना द्वारा गुलमर्ग की बर्फीली पहाड़ी में राजेन्द्र नेगी की खोज जारी रखी गई थी।
बीती 15 अगस्त को आज़ादी के 74वें स्वतंत्रता दिवस का दिन राजेन्द्र सिंह नेगी के परिवार के लिए शोक की लहर लेकर आया जहां भारतीय सेना द्वारा 8 महीने की लंबी खोज के बाद राजेन्द्र सिंह का शव ढूंढ निकाला। उनकी मृत्यु की खबर से उनके परिजनों व अम्बिवाला स्थित सैनिक कॉलोनी के हज़ारों स्थानीयों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। राजेन्द्र सिंह नेगी के शहीद होने की खबर से समूचे राज्य द्वारा को एक सैनिक को खोने का आघात लगा है। वहीं आज सुबह भारतीय सेना द्वारा उनके निवास स्थान पर उनके पार्थिव शरीर को लाये जाने की खबर के बाद ही हज़ारों लोगों द्वारा उनको अंतिम विदाई देने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। भारतीय सेना द्वारा उनके पार्थिव शरीर को सेनायी सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी वहीं शासन की ओर से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा शहीद की मृत्यु पर गहरा दुख जताते हुए उनके परिजनों को हिम्मत बंधाई। उनके द्वारा शहीद को राज्य की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की गयी जिसके बाद मसूरी विधायक,कैंट विधायक,महापौर देहरादून,व भारतीय सेना के भूतपूर्व सैनिकों द्वारा भी उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये गए। वहीं विपक्ष की ओर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह व कांग्रेस नेता लालचंद द्वारा उनके परिवार को इस घड़ी में ढाढ़स बंधाया गया।इस दौरान वहां मौजूद हज़ारों लोगों ने शहीद के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पर फूलों की वर्षा करते हुए शहीद अमर रहे के नारे लगाए।
शहीद की बेटी अंजलि द्वारा अपने पिता को याद करते हुए भविष्य में अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए भारतीय सेना में अधिकारी बनने को ही अपना सपना बताया।