साथी आरक्षी सड़क पर तड़पता रहा , सहायता को आये चीता पुलिस कर्मी वीडियो बनाता रहा, एसएसपी ने सस्पेंड कर सीईओ डोईवाला को सौंपी जांच
बीते दिनों हर्रावाला में रविवार शाम को सड़क हादसे में हुई हेड कांस्टेबल राकेश राठौर की मौत के मामले में देहरादून एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने चीता पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है।
साथ ही पीआरडी जवान को मूल तैनाती पीआरडी निदेशालय में वापस भेज दिया गया। एसएसपी ने सीओ डोईवाला को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
चीता पुलिस व पीआरडी की लापरवाही से गई जान
रविवार को हर्रावाला में हुई घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फोटेज व वायरल वीडियो के माध्यम से देखा कि हेड कॉन्स्टेबल राकेश राठौर सड़क पर घायल अवस्था में पड़ा हुआ है, तभी घायल व्यक्ति को देख मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल इस मामले की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद सूचना मिलते ही चीता पुलिस का जवान और पीआरडी कर्मी के साथ मौके पर घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
मौके पर पहुंची पुलिस कर्मी व पीआरडी जवान ने पुलिसकर्मी घायल जवान को हॉस्पिटल ले जाने के बजाय उसका वीडियो बनाते रहे। शायद यदि पुलिसकर्मी एंबुलेंस का इंतजार न करने के बजाय उसे सीधा हॉस्पिटल ले जाते तो शायद आज राकेश राठौर जिंदा होते हैं।
वायरल वीडियो से आई पुलिस कर्मी व पीआरडी जवान की हकीकत
वीडियो में साफ दिख रहा है कि राकेश राठौर घायल अवस्था में दर्द से कहरा रहा था, लेकिन पुलिस कर्मी ने उसे उठाने तक की जहमत नहीं उठाई। हालांकि जब उसे हॉस्पिटल ले जाया गया तो काफी देर हो चुकी थी और डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
हालांकि ये वीडियो वायरल होने के बाद देहरादून एसएसपी ने चीता पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है जबकि पीआरडी जवान को मूल तैनाती पीआरडी निदेशालय में वापस भेज दिया गया।
साथ ही सीओ डोईवाला अनिल शर्मा को मामले की जांच के आदेश दिए। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्यवाही की जाएगी