बरेली :- त्रिवेणी एक्सप्रेस में बीए की छात्रा से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी हेडकांस्टेबल तौफीक अहमद को जेल भेज दिया गया। पीड़ित छात्रा अनुसूचित जाति की है, इसलिए मुकदमें में एससी-एसटी एक्ट की धारा को बढ़ाया गया है।
जेल जाते समय तौफीक रोने लगा। पुलिस लाइन बरेली में तैनात तौफीक अहमद को सस्पेंड कर दिया।
शुक्रवार को त्रिवेणी एक्सप्रेस (15053) में सवार पीलीभीत की छात्रा के साथ घटना हुई थी। प्रयागराज में पड़ने वाली छात्रा कोच नंबर सात में सवार थी। छात्रा के अनुसार कोच के सभी यात्री जंक्शन पर ही उतर गए थे, वह कोच में अकेली थी, तभी जंक्शन से हेड कांस्टेबल तौफीक अहमद चढ़ा। ट्रेन सिटी स्टेशन को रवाना हुई, तभी तौफीक छात्रा से छेड़छाड़ करने लगे। किसी तरह से वह भाग कर दूसरे कोच में पहुंची, तभी आरोपी ने उसका बैग आदि सामान चलती ट्रेन से फेंक दिया। आउटर पर ट्रेन धीमी होते ही आरोपी उतर गया था। छात्रा ने सिटी स्टेशन पर जीआरपी को घटना की जानकारी दी। इसके बाद बरेली जंक्शन को सूचना दी गई। उधर, तौफीक को डर था, सिटी स्टेशन पर उसे पकड़ लिया जाएगा। इसलिए वह फिर से जंक्शन के छह नंबर प्लेटफार्म पर पहुंचा था। वहां पहले से ही टीमें तलाश में लगी थीं। उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
मुरादाबाद में सिविल लाइंस कोतवाली के मोहल्ला बिशनपुर लोधी के रहने वाले आरोपी हेड कांस्टेबल तौफीक अहमद बरेली पुलिस लाइन में तैनात था। छात्रा की तहरीर पर तौफीक अहमद के खिलाफ छेडछाड़, पॉक्सो की धारा में मुकदमा हुआ था। शनिवार को तौफीक अहमद का मेडिकल कराकर जेल भेज दिया गया।
जेल जाते समय रोने लगा तौफीक
सीओ जीआरपी देवी दयाल बरेली जंक्शन पहुंचे। घटना के बारे में जानकारी ली। छात्रा से बातचीत की गई। पता चला छात्रा अनुसूचित जाति की है, इसलिए मुकदमे में एससी-एसटी एक्ट की धारा को बढ़ाया गया है। सीओ जीआरपी देवी दयाल ने मामले की जांच भी शुरु कर दी है। वहीं जेल जाते समय आरोपी रोने लगा।
डीआईजी ने दिए विभागीय जांच के आदेश
जीआरपी की रिपोर्ट पर डीआईजी बरेली अखिलेश चौरसिया ने आरोपी हेड कांस्टेबल तौफीक अहमद को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।