दिनांक 15.1.2023 को क्षेत्र पंचायत बूंगा के अंतर्गत ग्राम पंचायत बूंगा मे हुये जमीनी फर्जीवाडे को लेकर क्षेत्र पंचायत बूंगा की अध्यक्षता मे एक महा पंचायत आयोजित की गयी जिसमे भारी संख्या मे क्षेत्र के रहवासी सब एकत्रित हुये और क्षेत्र मे हुये इस फर्जीवाडे का खुलासा करने हेतु समस्त ग्रामीण लामबंद नजर आये! क्षेत्र पंचायत बूंगा को पीडित परिवार की तरफ से दिये पत्र के अनुसार उनकी पैतृक जमीन जो कि उनके स्वर्गीय चाचा आलम सिंह के नाम दर्ज भूमि जिसका खाता संख्या 00001- 08 है को दो महिलाओं श्रीमति मंगती देवी पत्नि आनंद सिंह और विद्या देवी पत्नि महिपत सिंह ने अपने को उनकी पुत्रियां दर्शाते हुये उनकी जमीन को कुछ स्थानीय लोगों की मिली भगत से उक्त जमीन को भू आलेखों मे अपने नाम दर्ज करा दिया गया जो कि उनकी पुत्रियां नही हैं!
इस गंभीर विषय को लेकर ग्राम पंचायत पर भी पीड़ित परिवार द्वारा आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत बूंगा द्वारा किस तरह उक्त महिलाओं की पुष्टी की गयी जबकि उक्त महिलाओं का संबधित ग्राम पंचायत से दुर दुर तक कोई नाता नही और साथ ही उन लोगों पर भी आरोप लगाये गये जिन्होने उक्त महिलाओं को बूंगा (नकेडी) के वारिष प्रमाण पत्र की पुष्टी की!
इस गंभीर मामले को देखते हुये क्षेत्र पंचायत बूंगा द्वारा संबधित ग्राम पंचायत को सूचित कर आनन फानन मे एक बैठक बुलाई गयी और जिसमे ग्राम प्रधान की उपस्थिति अत्यंत आवश्यक थी लेकिन ग्राम पंचायत की मुखिया पारिवारिक ब्यस्तता को बताते हुये आज की बैठक से अनुपस्थित रही जिससे उपस्थित जन समुदाय अत्यधिक आक्रोशित हुवा उपस्थित जन समुदाय द्वारा विकाश कार्यों की अनियमितता को लेकर भी ग्राम पंचायत पर कई आरोप लगाये गये लेकिन ग्राम प्रधान की अनुपस्थिति मे
उप प्रधान एवं वार्ड मेंबरों की उपस्थिति एवं जनता की आम सहमति से क्षेत्र हित मे निम्न प्रस्ताव पारित किये गये
1.क्षेत्र पंचायत बूंगा उप प्रधान बूंगा एवं वार्ड मेंबरों की उपस्थिति के अलावा समस्त ग्रामीणों की सर्व सम्मति से निर्णय हुवा कि यदि जमीनी विवाद के मसले को लेकर ग्राम पंचायत बूंगा पर लगे गंभीर आरोपों को ग्राम पंचायत बूंगा द्वारा 15 दिन के निष्पक्षता से साबित नही कर पाये तो 30.1.2023 को ग्राम पंचायत के उप प्रधान, वार्ड मेंबर व समस्त ग्रामीण ग्राम प्रधान के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार करेंगे
2.ग्राम पंचायत के अंतर्गत विकाश कार्यों की समीक्षा करवायी जायेगी यदि जनता द्वारा लगाये गये आरोप सिद्ध पाये गये तो ग्रामींण अविश्ववास प्रस्ताव लाने को बाध्य होंगे
3.बैठक मे निर्णय लिया गया है कि जिन व्यक्तियों द्वारा पुस्तनामे पर हस्ताक्षर किये गये वह भी अपना पक्ष रखें अन्यथा उन पर भी कानूनी कार्यवाही की जायेगी ताकी भविष्य मे दुबारा इस तरह की घटनायें घटित ना हों व ग्रामीण अपनी पैतृक संपत्ति को सुरक्षित महसूस कर सके !
बैठक के दौरान ये भी पता चला कि उक्त जमीन के फर्जीवाडे मे हरियांणा के मूल निवासी बेदपाल चौधरी जिसका आधार कार्ड यमकेश्वर के मराल ग्राम पंचायत के फूल चट्टी का दर्शाया गया हैं और क्षेत्र पंचायत बूंगा समेत समस्त ग्रामीणों ने चिंता जाहिर करते हुये यैसे लोगों के खिलाफ सरकार से सख्त कार्यवाही करने की मांग किया गया । जिसके द्वारा क्षेत्र के सीधे साधे ग्रामीणों को पैसों का लालच देकर उक्त आधार कार्ड को आधार बनाकर यहां का निवासी बताते हुये उनकी भूमि पर गलत तरीके से कब्जा करवाया जा रहा है जहां आज यमकेश्वर के आम ग्रामीणों को अपने रासन कार्ड से लेकर कई महत्व पूर्ण कागजों को बनाने मे कई कठिनाईयों का सामना करना पड रहा है वहीं बहारी ब्यक्ति द्वारा बडी आसानी से क्षेत्र मे आधार कार्ड बनवाकर फर्जी तरीके से जमीनों को कब्जाया जा रहा है जो कि चिंता का विषय है।