उत्तराखंड कांग्रेस का किसानों के समर्थन में जाम, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत कई कार्यकर्ता गिरफ्तार
देहरादून। कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। उत्तराखंड में किसानों के इस बंद का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। कहीं, बाजार बंद हैं, तो कहीं खुले हुए हैं। जगह-जगह छुटमुट प्रदर्शन भी हो रहे हैं। राजनीतिक दल भी किसानों के समर्थन में सड़क पर उतर आए हैं। कांग्रेस ने राजधानी देहरादून स्थित घंटाघर में सड़क पर धरना देककर जाम लगा दिया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
कांग्रेस नेताओं ने जनता को बंद को सफल बनाने पर बधाई दी। उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य भर की जनता व कांग्रेस जनों को आज के किसानों के सवाल पर आयोजित एक दिवसीय बंद की सफलता पर हार्दिक बधाई दी है। कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से उक्त बयान को जारी करते हुए पार्टी महामंत्री संगठन विजय सारस्वत और नवीन जोशी वह पार्टी उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने राज्य भर के कांग्रेस जनों को खास तौर पर बधाई देते हुए कहा है कि आज का बंद हर मायने में ऐतिहासिक रहा। उन्होंने कहा जहां देहरादून में स्वयं प्रीतम सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्त्ताओं ने सड़क पर उतरकर बंद को कामयाब बनाया, वहीं राज्य के तमाम 13 जनपदों से कांग्रेस मुख्यालय में आ रही खबरों से यह स्पष्ट हुआ है कि राज्य के अधिकांश भागों में बंद का व्यापक असर रहा है। उन्होंने कहा कि यद्यपि राज्य की भाजपा सरकार ने पुलिस बल के दम पर बंद को विफल बनाने की कोशिश की परंतु किसानों की लगातार हो रही उपेक्षा और दमन से आहत तमाम व्यापारिक संगठनों और राजनीतिक दलों के सामूहिक प्रयास से इस बंद को ऐतिहासिक सफलता मिली।
वहीं, यात्रियों को आइएसबीटी से दिल्ली जाने के लिए बसें नहीं मिल रही, जिससे वे परेशान नजर आए। पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार में बाजार बंद करवाने के लिए कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। हालांकि, सभी जिलों में पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। जिलों को कई जोन और सेक्टर में बांटा गया है।
भाकियू नेताओं का हुड़दंग, दुकानें हुई बंद
हरिद्वार में कंग्रेसियों और भाकियू नेताओं का जुलूस कोतवाली की बगल से बाजार में दाखिल हो गया है। कांग्रेस नेता हाथ जोड़ दुकान बंद करने का आग्रह कर रहे हैं, जबकि भाकियू के युवा नेताओं ने जबरन दुकानें बंद कराने की कोशिश की, लेकिन मौके पर मुस्तैद पुलिस ने उन्हें रोक दिया। भाकियू कार्यकर्ताओं का हुड़दंग देख कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें थोड़ी देर के लिए बंद कर ली। बाद में फिर शटर उठा लिए गए।
रायवाला में हर रोज की तरह खुली दुकानें
रायवाला और आसपास ग्रामीण क्षेत्र के बाजार पर कोई असर नहीं दिखा। सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान रोजाना की तरह लगभग 10:30 बजे खुले। सड़क पर ट्रैफिक भी सामान्य है। अभी तक किसी बंद समर्थक किसी दल के द्वारा दुकानों को बन्द करवाने की कोशिश भी नहीं की गई। हालांकि आम आदमी पार्टी ने दुकानें बंद करवाने की घोषणा की थी, लेकिन उसका भी कोई असर नहीं देखा जा रहा है। वहीं, शांति व सुरक्षा के मद्देनजर प्रमुख जगहों पर पुलिस भी तैनात हैं। पुलिस की गश्ती टीम भी लगातार राउंड पर है।