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उत्तरकाशी। देहरादून से सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों के रेस्कयू के लिए ले जा रहे ट्राला नरेंद्र नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गुजराड़ा के पास आनियंत्रित होकर खाई में गिर गया। ट्राला में देहरादून से उत्तरकाशी के टनल में फंसे मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए मशीन ले जाए जा रही थी, लेकिन वाहन के खाई में गिरने से उसमे रखी एक मशीन भी क्षतिग्रस्त हो गई है, साथ ही ट्राला चालक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस मामले में अग्रिम कार्रवाई कर रही है । घटना कैसे हुई इसकी भी जांच की जा रही है।
सिलक्यारा में 53 मीटर लंम्बी पाइपलाइन डाली गई।
सिलक्यारा सुरंग में चल रहे रेस्क्यू अभियान में विशेष कामयाबी का दावा किया गया है। सुरंग के अवरुद्ध हिस्से में 6 इंच की पाइपलाइन बिछाकर सेकेंड लाइफ लाइन बनाने के लिए की जा रही ड्रिलिंग पूर्ण कर मलबे के आर पार 53 मीटर लंबी पाइपलाइन डाल कर इसके जरिये फंसे श्रमिकों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने की तैयारी की जा रही है।
सोमवार की शाम लगभग साढ़े चार बजे एनएचएआईडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खलखो,डीएम अभिषेक रूहेला और टनल के भीतर संचालित रेस्क्यू अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने मीडिया को बताया कि नौ दिनों से चल रहे रेस्क्यू की इस पहली कामयाबी के बाद फंसे 41 श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के प्रयास तेजी से किये जायेंगे।
सुरंग में फंसे श्रमिकों के जीवन की रक्षा के लिए अब तक 4 इंच की पाइपलाइन ही लाइफलाइन बनी हुई थी। अब सेकेंड्री लाइफ लाइन के तौर पर छह इंच व्यास की पाइप लाइन मलबे के आरपार बिछा दिए जाने के बाद श्रमिकों तक बड़े आकार की सामग्री व खाद्य पदार्थ तथा दवाएं और अन्य जरूरी साजो सामान के साथ ही संचार के उपकरण भेजने में सहूलियत होगी।
इस बीच, सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने परियोजना व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सुरंग का निरीक्षण कर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और सेकेंडरी लाइफलाइन बनाने के काम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर रेस्क्यू में जुटे लोगों को बधाई दी।