देहरादून-कोविड 19 बीमारी की रोकथाम को लगाए गए लॉकडाउन के दौरान बंद रहा विधानसभा सचिवालय कल खुल गया। 25 मार्च को बजट सत्र के आयोजन के बाद पहली बार विधानसभा में कुछ चहल-पहल नजर आई। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी विधानसभा पहुंचे और इस दौरान उन्होंने अपने कार्यों को निपटाया। उन्होंने सचिव विधानसभा जगदीश चंद के साथ लंबित कार्यों के निस्तारण को लेकर चर्चा भी की। इस दौरान उन्होंने अत्यंत महत्व के कार्यों को तेजी से निपटाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सिर्फ आवश्यक सेवाओं के स्टाफ को ही बुलाया जाए।
बीते रोज मंत्रिपरिषद ने राज्य सचिवालय खोलने और विधानसभा में मंत्रियों के बैठने का निर्णय लिया था। इस फैसले के बाद स्पीकर ने भी विस सचिवालय में अनुसचिव व उनसे ऊपर के अधिकारियों को कार्यालय आकर लंबित कार्य निपटाने के आदेश दिए। इस दौरान उन्होंने बताया कि विधानसभा में सभी अधिकारी सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपने कार्यालय में मौजूद रहे। विधानसभा परिसर के प्रवेश द्वार पर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सैनिटाइज कर थर्मल स्कैनिंग कराई जा रही है।
सभी कार्यालय कक्ष एवं परिसर का सैनिटाइज करवाया जा रहा है। सामाजिक दूरी का पालन करने और अनिवार्य रूप से मास्क पहनने के निर्देश दिए गए हैं। अग्रवाल ने कहा कि कार्यालय खुल जाने से धीरे-धीरे कार्य व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी। उन्होंने सचिवालय एवं विधानसभा खुलवाए जाने पर सरकार के फैसले का आभार भी व्यक्त किया।
मंत्रियों ने विधानसभा पहुंच निपटाया काम
लॉकडाउन के बीच कल विधानसभा खुलने पर प्रदेश के चार मंत्री अपने दफ्तरों में पहुंचे। मंत्रियों ने अपने कुछ काम निपटाए और फोन पर लोगों से बात भी की। लॉकडाउन के बाद से ही विधानसभा में पसरा सन्नाटा शुक्रवार केे चार मंत्रियों के पहुंचने पर टूटा। संसदीय कार्यमंत्री और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और वन मंत्री हरक सिंह शुक्रवार को विधानसभा पहुंचे। मंत्रियों के साथ ही उनका स्टाफ भी विधानसभा पहुंचा। मंत्रियों ने अपने कक्षों मेें सरकारी काम काज भी निपटाया और फोन पर भी लोगों से बात की।