उत्तराखंड केसरी प्रतिनिधि राजेंद्र सिंह नेगी की रिपोर्ट
यमकेश्वर :- उत्तराखंड में जंगली जानवरों के हमले की खबर आये दिन देखने को मिल रही है। अभी पौड़ी जनपद के श्रीनगर क्षेत्र में 2 नोनिहालो पर गुलदार के हमले के कारण क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ है, जिससे उक्त गाँवो में रात्रि कर्फ्यू तक लगा दिया गया है।
ऐसे में आमजन कैसे अपना जीवन यापन करेगा अब जंगलों में क्या घर के आस पास भी सुरक्षित नही है लोग, वन विभाग अपनी खानापूर्ति के अलावा कुछ नही करता है।
आज की ताजा घटना यमकेश्वर के इस क्षेत्र में घटी है |बाघ और गुलदार के भय से लोग खौफ की जिंदगी जीने को मजबूर हैं, यमकेश्वर के ग्राम सभा तिमली बड़ी में कल बाघ ने एक बकरी को अधमरा कर दिया है ग्राम तिमली बड़ी के रामेशवरी देवी रोज मरा की भांति अपने मवेशियों को जंगल में चुगाने के लिए गई थी, दोपहर के वक्त बाघ ने रामेश्वरी देवी के बकरी पर धावा बोल दिया अगर रामेश्वरी देवी शोर नही मचाती तो पता नही बाघ कितने बकरियों को अपना निवाला बना लेता आलम यह है कि बाघ,तेन्दुए दिन में गाँव के नजदीक ही घूमते रहते हैं शासन-प्रशासन को चाहिए कि लोगों को इस भय से से निजात दिलाने के लिए कोई ठोस कदम उठायें जिससे लोगों को पशुपालन करने में भय का सामना न करना पड़े, सरकार चाहती है कि हर कोई आत्मनिर्भर बने लेकिन बाघ, तेन्दुए जैसे जंगली जानवरों के आतंक से आत्मनिर्भर होने का सपना पूरा नही हो पा रहा है कारण आये दिन बाघ,तेन्दुए लोगों के मवेशियों को अपना निवाला बना देता है, और कभी-कभी तो यह नरभक्षी का रूप भी धारण कर लेता, अतः शासन-प्रशासन से निवेदन है कि इसको गम्भीरता से लेकर इस पर समय रहते उचित कदम उठाने की कृपा करें जिससे पहाड़ के लोगों को पशुपालन करने में कोई कठिनाई व भय का सामना न करना पड़े! रिपोर्टर राजेन्द्र सिंह नेगी तिमली छोटी