हल्द्वानी प्रेम प्रसंग को लेकर युवक की हत्या।
हल्द्वानी। ब्यूराखाम चांदमारी निवासी ढाबा संचालक अमित कुमार की हत्या का 10वें दिन खुलासा हो गया है। हत्या प्रेम प्रसंग के चलते हुई थी। अमित एक महिला से मोबाइल पर संदेशों का आदान-प्रदान करता था। यह बात उसके पति को नागवार गुजरी और अमित की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी निचली अदालत में उपनल के माध्यम से संविदा पर अनुचर की नौकरी करता है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तमंचा और बाइक बरामद कर ली।
एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने शनिवार को बहुउद्देशीय भवन में पत्रकारों को बताया कि अमित कुमार की हत्या 24 दिसंबर को हुई थी। पुलिस ने अमित की बहन की तहरीर पर उसकी पत्नी, सास, ससुर और सालियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
थानाध्यक्ष भगवान सिंह महर इस मुकदमे की विवेचना कर रहे थे। क्षेत्राधिकारी भूपेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में पुलिस की तीन टीमें सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। सर्विलांस और फुटेज से पता चला कि इस घटना में ब्यूराखाम चांदमारी निवासी हरीश पंत शामिल है। पुलिस टीम ने शनिवार की रात सुल्तान नगरी कालीचौड़ से हरीश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तमंचा, एक खोखा कैनाल रोड स्थित कूड़े के ढेर से बरामद किए। बाइक और दो मोबाइल हरीश के घर से बरामद किए गए। पुलिस ने आरोपी को अदालत के समक्ष पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में उसे जेल भेज दिया गया।
पहले भी बनाई थी अमित को मारने की योजना
हल्द्वानी। जांच से पता चला कि हरीश रामपुर रोड पर अमित के पिता के साथ होटल का कारोबार करता था। कारोबार को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव हो गया था। घटना के एक सप्ताह पहले हरीश ने अपनी पत्नी के मोबाइल पर अमित के प्यार भरे मैसेज देखे थे। उसने पत्नी को समझाया और अमित को सबक सिखाने की ठान ली। हरीश दो-तीन बार मास्क पहनकर सलड़ी चंदा देवी मंदिर के पास गया था। उस समय अमित और उसके पिता ढाबे में थे। तमंचे में उसके पास एक गोली थी। गोली मारने के बाद उसे फंसने का डर था। इसी कारण उसने 24 दिसंबर को घर के पास मोड़ पर अमित को मारने की योजना बनाई। इससे पहले उसने शराब पी और अपनी बाइक कैनाल रोड पर खड़ी कर दी। अमित जैसे ही शाम सात बजे वहां पहुंचा तो उसके सीने में गोली मार दी। इसके बाद वह बाइक से घर चला गया। जाते समय उसने अपनी जैकेट नहर में फेंक दी थी।दूसरे दिन श्मशान घाट भी गया था
हल्द्वानी। हरीश ने पुलिस को बताया कि घटना के दूसरे दिन वह अमित के घर गया था। साथ ही वह चित्रशिला घाट पर भी गया था ताकि उस पर कोई शक न कर सके।