(लक्ष्मण सिंह नेगी)
ऊखीमठ! मदमहेश्वर घाटी में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है! पीएमजीएसवाई के ऊखीमठ – उनियाणा – अकतोली मोटर मार्ग का दो स्थानों पर नामोनिशान मिटने से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं!
रासी गाँव के विभिन्न तोको में हो रहे भूधसाव से कई मकाने व गौशाले खतरे की जद में आ गयी है! रासी गाँव को पेयजल आपूर्ति करने वाली चारों पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण मीलों दूर प्राकृतिक स्रोतों से पीठ में पानी ढोने के लिए विवश बने हुए है! आने वाले दिनों में यदि उनियाणा – अकलोली के मध्य यातायात बहाल नही होता है तो सीमान्त गाँव गौण्डार सहित मदमहेश्वर धाम व यात्रा पडा़वो पर खाधान्न संकट गहरा सकता है!
जानकारी देते हुए प्रधान रासी कुन्ती नेगी ने बताया कि पीएमजीएसवाई के ऊखीमठ – उनियाणा – अकतोली मोटर मार्ग का उनियाणा – अकतोली के मध्य गदेरो के उफान में आने के कारण दो स्थानों पर नामोनिशान मिट गया है जिससे राहगीरों को जान जोखिम डालकर आवाजाही करने पड़ रही है! उन्होंने बताया कि उनियाणा – रासी के मध्य मोटर मार्ग के क्षतिग्रस्त वाले स्थान पर ग्रामीणों के सहयोग से लकड़ी की बलिया लगाकर आवाजाही करने के लायक बनाया गया है मगर रासी – अकतोली के मध्य मोटर मार्ग का अधिक हिस्सा टूटने के कारण ग्रामीणों को मीलों दूरी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है! उन्होंने बताया कि गाँव के बौसार तोक में भूधसाव होने से कुवर सिंह की गौशाला तथा उमेद सिंह की मकान खतरे की जद में आ गये है तथा तरसाली तोक में भगत सिंह की गौशाला को खतरा बना हुआ है! ग्रमीण दलीप रावत ने बताया कि रासी गाँव के कण्डारा तोक में भूधसाव होने से प्राथमिक विद्यालय को खतरा बना हुआ है! ग्रामीण सरिता देवी, सरला देवी ने बताया कि जल संस्थान की मुनाला – रासी, ग्राम पंचायत की चौथा – रासी, पनाली – रासी तथा स्वजल विभाग की गिमगोना – कण्डारा पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से गाँव के विभिन्न तोको में पेयजल संकट बना हुआ है जिससे ग्रामीण मीलों दूर प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर है! ग्रामीण शुशीला देवी ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण ग्रामीणो में दहशत बनी हुई है! मुश्किलें बढ़ती जा रही है! पीएमजीएसवाई के ऊखीमठ – उनियाणा – अकतोली मोटर मार्ग का दो स्थानों पर नामोनिशान मिटने से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं! रासी गाँव के विभिन्न तोको में हो रहे भूधसाव से कई मकाने व गौशाले खतरे की जद में आ गयी है! रासी गाँव को पेयजल आपूर्ति करने वाली चारों पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण मीलों दूर प्राकृतिक स्रोतों से पीठ में पानी ढोने के लिए विवश बने हुए है! आने वाले दिनों में यदि उनियाणा – अकलोली के मध्य यातायात बहाल नही होता है तो सीमान्त गाँव गौण्डार सहित मदमहेश्वर धाम व यात्रा पडा़वो पर खाधान्न संकट गहरा सकता है! जानकारी देते हुए प्रधान रासी कुन्ती नेगी ने बताया कि पीएमजीएसवाई के ऊखीमठ – उनियाणा – अकतोली मोटर मार्ग का उनियाणा – अकतोली के मध्य गदेरो के उफान में आने के कारण दो स्थानों पर नामोनिशान मिट गया है जिससे राहगीरों को जान जोखिम डालकर आवाजाही करने पड़ रही है! उन्होंने बताया कि उनियाणा – रासी के मध्य मोटर मार्ग के क्षतिग्रस्त वाले स्थान पर ग्रामीणों के सहयोग से लकड़ी की बलिया लगाकर आवाजाही करने के लायक बनाया गया है मगर रासी – अकतोली के मध्य मोटर मार्ग का अधिक हिस्सा टूटने के कारण ग्रामीणों को मीलों दूरी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है! उन्होंने बताया कि गाँव के बौसार तोक में भूधसाव होने से कुवर सिंह की गौशाला तथा उमेद सिंह की मकान खतरे की जद में आ गये है तथा तरसाली तोक में भगत सिंह की गौशाला को खतरा बना हुआ है! ग्रमीण दलीप रावत ने बताया कि रासी गाँव के कण्डारा तोक में भूधसाव होने से प्राथमिक विद्यालय को खतरा बना हुआ है! ग्रामीण सरिता देवी, सरला देवी ने बताया कि जल संस्थान की मुनाला – रासी, ग्राम पंचायत की चौथा – रासी, पनाली – रासी तथा स्वजल विभाग की गिमगोना – कण्डारा पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से गाँव के विभिन्न तोको में पेयजल संकट बना हुआ है जिससे ग्रामीण मीलों दूर प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर है! ग्रामीण शुशीला देवी ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण ग्रामीणो में दहशत बनी हुई है!