हरिद्वार– कोरोना काल में मानव जीवन की दर्द व तकलीफ की तस्वीरे हम तकरीबन हर रोज़ देख रहे है। इंसान त्रस्त है,दिनों दिन संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से घरों में रहने को मजबूर है।कोरोना के चक्कर में इंसान अपने पूर्व के रोज़मर्रा की जिंदगी को भूल सा गया है,कोरोना होने का डर इतना है कि किसी और मानव जीवन की चिंता हम शायद ही कर सके,तो जानवर तो बहुत दूर की बात है।पर सच्चाई यह भी है कि देश में कई जगह हालात ऐसे भी है जहां जानवर सड़कों पर आम आदमी की नज़रन्दाज़गी का दर्द झेल रहे है।
उत्तराखंड प्रदेश के हरिद्वार जिले में स्थानीय जहां जिले मे बढ़ती कोरोना की धमक से चिंतित है वहीं कोरोना की मार व जून की गर्मी से शहर के बेजुबान जानवरों का हाल भी बेहाल है,और इन्ही भूखे प्यासे व घायल सड़कों पर पड़े बेजुबान जानवरों का दर्द बाँट रही है जिले के रोशनाबाद स्थित एसएसपी कार्यालय में तैनात महिला पुलिस कांस्टेबल चांदनी बिष्ट। चांदनी बिष्ट एसएसपी कार्यालय में जहां कोरोना काल में अपनी फर्ज अदायगी कर रही है वहीं *ड्यूटी के बाद हर दिन सड़कों पर भूखे प्यासे घूम रहे जानवरों को अपने हाथों से दूध,पानी व भोजन खिला रही है।वहीं उनके द्वारा सड़क पर घायल पड़े जानवरों की भी मदद कर उन्हें इंजेक्शन व दवाईयों* दी जा रही है। और उनकी यह सेवा मात्र दवाई तक ही सीमित नही है बल्कि वह उन पशुओं की ठीक होने तक निस्वार्थ उचित सेवा भी कर रही है।
महिला कांस्टेबल चांदनी बिष्ट द्वारा शहर में हर दिन की जा रही इस सेवा को शहर में ड्यूटी पर तैनात एक क्षेत्राधिकारी द्वारा हाल फिलहाल गौर किया गया जिसपर उनके द्वारा उन्हें कोरोना काल में आम जनता की सुरक्षा के अलावा बेजुबान जानवरों के प्रति इस सेवा भाव की सराहना करते हुए इस कार्य को जारी रखने का हौसला दिया गया। चांदनी द्वारा किये जा रहे इस सेवाभाव को अब हरिद्वार पुलिस विभाग द्वारा भी सराहना मिल रही है।