सरकार द्वारा ग्रीन जोन में की गयी छूट के चलते लोगो में उड़ाई लॉक डाउन के नियमो की धज्जियाँ
एक तरफ जहां देश में कोरोना वायरस ने 42,533 लोगो को अपना शिकार बनाया है और ये आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है, ऐसे में सरकार द्वारा लॉक डाउन 3.0 के अंतर्गत दी गयी इतनी ज्यादा छूट कितना उचित है ये तो समय ही बता पायेगा। लेकिन देशवासी शायद इसके लिए अभी तैयार नहीं है – या तो ग्रीन जोन में होने का मतलब लोग कोरोना पर पूरी तरह जीत समझ रहे हैं या फिर प्रशासन द्वारा लगातार एडवाइजरी का लोगो पर कोई असर ही नहीं हो रहा है।
हालाँकि सरकार द्वारा लगातार लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है, जिससे कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके, लेकिन इसके बावजूद सरकार द्वारा लॉक डाउन 3.0 के तहत ग्रीनजोन में काफी छूटे दी गई, जिसकी वजह से जगह जगह पर सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ती दिखाई दी। बाजार में काफी अधिक संख्या में लोग खरीदारी के लिए निकल पड़े । बर्तन, कपडे, टेलर, पूजा सामग्री, इलक्ट्रानिक, राशन, किताबों, मेडिकल स्टोर व शराब की दुकानों के बाहर लोगों का जमावड़ा देखने को मिला। शहर में काफी अधिक संख्या में लोग वाहन लेकर पहुंचे। जिससे कि कुछ समय के लिए जाम की स्थिति भी पैदा हो गई थी । ढील के दौरान पुलिस को सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
कोटद्वार अस्पताल में भी लोगों की भीड को कण्ट्रोल करना मुश्किल हो गया । अस्पताल प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंस बनवाने के लिए अपने कर्मचारियों के साथ पीआरडी के जवानों की भी ड्युटी लगाई गई थी किंतु कोटद्वार की जनता सामाजिक दूरी बनाये रखने को शायद अपना अपमान महसूस कर रही थी । सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने के लिए अस्पताल प्रशासन को उपजिलाधिकारी से पुलिस फोर्स की माँग करनी पड़ी । यहीं स्थिति जशोधरपुर स्थित शराब की दुकान के बाहर भी देखने को मिली । शराब खरीदने के लिए लोगों में होड मच गयी, सब एक दूसरे से चिपककर अपनी बारी का इंतजार करते रहे ।
यदि स्थिति यहीं रही तो ग्रीन जोन को रेड़ जोन होने में समय भी नहीं लगेगा ।