रूड़की

यहाँ आर्मी जवानों व पुलिस के बीच जमकर हुई नोकझोंक, देखिये पूरा मामला क्या था।

इसे कहते है पट भी मेरी चित भी मेरी

 

देहरादून-दिल्ली हाईवे पर पुलिस और आर्मी के जवानों के बीच जमकर हाथापाई हुई. यह पूरा विवाद आर्मी के ट्रक का दारोगा की कार से टकराने के बाद शुरू हुआ था. जिसके बाद पहले तो दोनों पक्षों की बीच सड़क पर जमकर बहस हुई और बाद में यह मामला हाथापाई तक पहुंच गया. वहीं, इस पूरी नोकझोंक में आर्मी जवान ही पुलिस पर भारी पड़ते नजर आए.

रुड़की: हरिद्वार जिले के रुड़की में देहरादून दिल्ली हाईवे पर पुलिस और आर्मी के जवानों बीच पहले तो जमकर बहस हुई और फिर मामला हाथापाई तक पहुंच गया. यह पूरा विवाद गाड़ी टकराने को लेकर शुरू हुआ था. वहीं, कुछ स्थानीय लोगों भी आर्मी जवानों के समर्थन में खड़े हो गए थे. ऐसे में करीब आधे 30 से 45 मिनट तक चले इस हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच सड़क पर जाम लगा रहा.

दरअसल, ये पूरा विवाद रुड़की के गंगनहर कोतवाली क्षेत्र में देहरादून-दिल्ली हाईवे पर हुआ था. जानकारी के मुताबिक, सामान से भरा हुआ आर्मी का ट्रक दारोगा की गाड़ी से टकरा गया था. सब इंस्पेक्टर अनिल सिंह बिष्ट का आरोप है कि वो कोर्ट से आ रहे थे, तभी पीछे से आ रहे आर्मी के ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मारी दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि उनका कार का टायर भी फट गया, लेकिन टक्कर मारने के बाद ट्रक ड्राइवर रुकने को तैयार नहीं था. वहीं, पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे आर्मी के ट्रक को रोक लिया.

पुलिस और आर्मी के जवानों के बीच हुई हाथापाईपढ़ें-

सब इंस्पेक्टर अनिल सिंह बिष्ट का कहना है कि जब उन्होंने आर्मी ट्रक में सवार सेना के जवानों को वाहन सहित थाने चलने के लिए कहा तो वो बिगड़ गए और उन्होंने उनकी साथ बदतमीजी करनी शुरू कर दी. ऐसे में सेना के जवानों और पुलिसकर्मियों के बीच इसी को लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा.

सब इंस्पेक्टर अनिल सिंह बिष्ट का कहना है कि इस दौरान वहां लोगों की भीड़ एकत्र हो गई और उन्होंने सेना के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए. इसी बीच मौका पाकर सेना के जवान ट्रक लेकर वहां से निकल गए. दरोगा अनिल बिष्ट ने बताया कि वह रुड़की कोर्ट से रिमांड लेकर भगवानपुर थाने जा रहे थे. तभी बीच रास्ते में ये सब हुआ. मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है. उनके खिलाफ मुकदमा लिखवाया जाएगा.

 

न्यूज़ सोर्स

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *