कोविडकाल में यूं बनठन कर खड़ा है आशाओं से भरपूर एक प्यारा सा स्कूल।
जगमोहन चोपता
कोविडकाल में यूं बनठन कर खड़ा है आशाओं से भरपूर एक प्यारा सा स्कूल। कह रहा हो जैसे कि मैं तो तैयार हूं भई कहां हैं हमारे बच्चे, स्कूल की घण्टी, शिक्षक-शिक्षिकाएं, भोजनमाताएं। इक दम सा क्यूट! जब सब तरफ कोविड-कोविड चल रहा है ऐसे में माॅडल स्कूल चोपता के शिक्षक साथी अपनी धुन में लगे थे इसको सजाने के लिये। इस सबके लिये कभी मिस्त्री को बुलाने तो कभी पेंटर को मनाने, बीच-बीच में बिलों की फाइल तैयार कर आगे के काम के लिये रकम जुटाने। भई ये सब आसान तो न है, लेकिन बेहतर करने का मन बना चुके शिक्षकों, समुदाय और सहयोग करने वाले अधिकारियों के लिये इत्ता कठिन भी न है।
हां जी! एक प्यारा सा स्कूल माॅडल स्कूल चोपता के शिक्षकों और समुदाय ने बढ़िया सा बना दिया स्कूल को। देखकर ही मजा आ रहा है। स्कूल में भरपूर पुस्तकालय है, प्रोजेक्टर है, बैठने की शानदार व्यवस्था है, सभी विषयों के अध्यापक हैं तो अब तो सच में हो गया माॅडल स्कूल। अब बच्चों के सीखने-सिखाने की प्रक्रियाओं को और बेहतर करने की बारी है। ताकि हर बच्चा भाषा-गणित-परिवेशीय अध्ययन की गहरी समझ बनाने के साथ ही उसको प्रकटीकरण भी कर पा रहा हो।
समुदाय और अन्य सहयोगियों को साथ लेने की जरूरत – एक प्यारा सा स्कूल
बच्चों को संवैधानिक मूल्यों से लबरेज बनाने के लिये समुदाय के संदर्भ व्यक्यिों को आमंत्रित करना, बच्चों को समुदाय में सीखने-समझने ले जाना, विद्यालय स्तर पर दीवार अखबार और पत्रिका का प्रकाशन, बच्चों को अधिकाधिक भाषाओं में पत्र लेखन के कौशल से भरपूर आदि को लेकर योजना बनाने और उसको पूरा करने के लिये समुदाय और अन्य सहयोगियों को साथ लेने की जरूरत होगी।
ताकि जब कोरोना से जीवन सामान्य हो रहा हो तो हमारे बच्चों को सीखने-समझने के लिये भरपूर तैयारी से युक्त टीम तैयार हो। और फिर आगामी वर्षों में विद्यालय के भवन के साथ-साथ बच्चों के सीखने का भी उत्सव मनाया जा सके।
ऐसी कामनाएं हैं गुरूजी। बाकी तो एक प्यारा सा स्कूल की आपको ढेर सारी बधाई व धन्यवाद बल।
साथ के साथ इस काम के लिये शिक्षक साथी नरेन्द्र सिंह भण्डारी, परमानंद सती, गजेन्द्र सिंह नेगी, अंजली रतूड़ी, समुदाय शिक्षिका मीनाक्षी रावत, भोजनमाता गीता देवी व सुशीला देवी, एसएमसी अध्यक्ष यशवंत रावत, खुशहाल सिंह टोलिया उपशिक्षा अधिकारी और समग्र शिक्षा अभियान के समन्वयक नरेन्द्र सिंह खत्री व जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा हल्दयानी जी को भी बहुत बहुत धन्यवाद!