भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2020 समारोह सीएसआईआर भारतीय पेट्रोलियम संस्थान देहरादून में किया गया
देहरादून-: दिनांक 15:12 2020 को सीएसआईआर भारतीय पेट्रोलियम संस्थान देहरादून में भारतीय विज्ञान महोत्सव 2020 का परिचयात्मक समारोह आयोजित किया गया इस समारोह के मुख्य अतिथि डॉ प्रजातंत्र गंगेल, राज्य संगठन सचिव, विभा, मालवा क्षेत्र थे । कार्यक्रम के प्रारंभ में सर्वप्रथम डॉ सुमन जैन ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि, अतिथियों, विद्यार्थियों तथा अन्य प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की तदुपरांत संस्थान के निदेशक डॉक्टर अंजन रे ने अपने स्वागत भाषण में मंगल मंत्र – लोका: समस्ता सुखिनो भवंतु के साथ अपना स्वागत भाषण शुरू किया और कहा कि भारत सदैव वैश्विक कल्याण और सुख की कामना करता रहा है। हमारे 6 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2020 का विषय भी आत्मनिर्भर भारत और वैश्विक कल्याण के लिए विज्ञान है तथा हमें प्रसन्नता है कि हमारा संस्थान इस दिशा में सतत प्रयासरत है । संस्थान उद्देश्य है कि गांव-गांव में बायोडीजल निर्माण हो, इसी उद्देश्य से संस्थान ने सुवाह्य साईकिल पर ले जा सकने योग्य बायोडीजल निर्माण संयंत्र बनाया है। उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री प्रजातंत्र गंगेल, राज्य संगठन सचिव, विभा, मालवा क्षेत्र का परिचय भी दीया ।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री प्रजातन्त्र गंगेल ने अपने वक्तव्य में कहा के सीएसआईआर- भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के साथ मिलकर इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य तथा इस भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2020 का उद्देश्य है कि विज्ञान विद्यालयों, विश्वविद्यालयों, प्रयोगशालाओं से निकलकर समाज तक पहुंचे, आमजन तक पहुंचे, आमजन से जुड़े। इसके अंतर्गत विभा विभिन्न युवा वैज्ञानिक सम्मेलन करवा रहा है, महिला विज्ञान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है तथा होनहार दिव्यांगजन के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित कान्कलेव का आयोजन किया जा रहा है। वैज्ञानिक जानकारी को जनमानस तक पहुंचाने ताकि लोग इस जानकारी को समझें, प्रयोग करें और लाभनिवित हों , इस उद्देश्य को लेकर यह आयोजन किए जा रहे हैं। प्रयोगशाला से समाज और समाज से प्रयोगशाला – जिससे कि प्रयोगशाला के अनुसंधान का लाभ समाज को मिले और समाज की समस्याएं भी प्रयोगशाला में पहुंचे ताकि उनका वैज्ञानिक विधि से समाधान ढूंढा जा सके। पंचमहाभूत में मुख्य वायु, जल, मृदा के संरक्षण तथा किसानों की समृद्धि के लिए किसान विज्ञान सम्मेलन, किसानों को प्रौद्योगिकी से जोड़ने के लिए कृषि प्रौद्योगिकी सम्मेलन, अपशिष्ट से आमदनी अभिमुख अपशिष्ट प्रबंधन पर सम्मेलन इत्यादि कुल 40 कार्यक्रमों का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य कार्यक्रम का उदघाटन भारत के माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने भारतीय पेट्रोलियम संस्थान को, इस दिशा में संस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए बधाई दी तथा भविष्य में संस्थान के सहयोग से और भी समाज उन्मुख वैज्ञानिक कार्यक्रमों के आयोजन की आशा भी व्यक्त की।
इसके उपरांत भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के आरपीडी विभाग के प्रमुख डॉ अनिल जैन और वरिष्ठ वैज्ञानिकडॉ सलीम फारूकी तथा डॉ स्वप्निल दिवेकर और डॉ नीरज अत्रे ने संस्थान की विभिन्न वैज्ञानिक अनुसंधान गतिविधियों और प्रौद्योगिकियों की जानकारी भी दी। इस अवसर पर संस्थान की बायोडीजल प्रौद्योगिकी पर निर्मित एक वीडियो भी प्रदर्शित की गई तथा संस्थान के बायोजेट इंधन से प्रचलित स्पाइसजेट की पहली उड़ान की वीडियो भी दिखाई गई। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी छात्रों व अन्य अतिथियों को संस्थान का आभासी दौरा भी करवाया गया।
समारोह के अंत में डॉक्टर हेमवती नंदन सहायक प्रोफेसर जी के विश्वविद्यालय हरिद्वार में समापन भाषण दिया तथा कार्यक्रम पर अपनी समीक्षा प्रस्तुत कराते हुए उन्होंने कहा कि विज्ञान का लाभ आम जन तक पहुंचे इसलिए विज्ञान की भाषा भी आम जन की भाषा होनी चाहिए । डॉ ज्योति पोरवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। डॉ डी सी पाण्डेय, श्री सूर्यदेव व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे । ।