*’एकाग्र’ व ‘कर्तव्यपरायण’ है उत्तराखंड पुलिस के यह अधिकारी* *अर्जुन सिंह भंडारी*
देहरादून-:थाना रायपुर में अपनी सेवा देने के बाद उपनिरिक्षक अमरजीत सिंह एक बार फिर थानाध्यक्ष रायवाला के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे है जिसमे पुनःतैनाती पर आज उनके द्वारा थाना परिसीमा अंतर्गत निवासित वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं व उनकी निजी सुरक्षा के बिंदुओं को जानने के लिए थाना रायवाला में एक गोष्ठि आयोजित की व सभी वरिष्ठ नागरिकों से उनके क्षेत्र व उनकी सुरक्षा संबंधी जानकारी को बारीकी से सुन उनके निवारण को अपनी थाना टीम को निर्देशित किया।इसके साथ ही उनके उन सभी नागरिकों को समस्या होने पर सीधे तौर पर बेझिझक उनसे जुड़ने को कहा है जिससे क्षेत्रवासी आश्वस्त है।इसके अतिरिक्त उनके द्वारा अपनी थाना टीम के उपनिरीक्षकों,बीट अधिकारियों,चीता कर्मियों को 24 घंटे वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा व समस्या को सुलझाने को तैयार रहने को निर्देशित किया है जिसपर उनकी थाना टीम कुछ रोज़ पूर्व से ही ब्लूप्रिंट बना चुकी है।
उपनिरिक्षक अमरजीत सिंह दून पुलिस के उन पुलिस अधिकारियों में शामिल है जो अपनी एकाग्रता व कर्तव्यपरायणता के लिए जाने जाते है। उनके द्वारा जनपद देहरादून में एक पुलिस अधिकारी व थानाध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल में जितनी बेबाकी व निर्भीकता से अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण व सफल भूमिका निभाई है उतनी ही शालीनता व मददगार अंदाज़ में आम जनता के प्रति सेवा को प्रतिबद्धता1 प्रस्तुत की है। उनके बेबाकी व शशक्त किरदार के ऋषिकेश,रायपुर व रायवाला में तैनाती के दौरान जहां कई उपलाब्धियाँ है वहीं थाना रायपुर में तैनात रहने के दौरान अनजाने में अपराध की दुनिया से नाता जोड़ने के चलते समाज से दुत्कारे अर्चित शर्मा जैसे युवक को जीने का मकसद देते हुए उसकी उम्मीद की किरण बनके सबके सामने आये है। साथ ही उसके सुखद भविष्य के लिए उपनिरिक्षक अमरजीत सिंह द्वारा ‘कानून के ज्ञाता’ बनने की उसकी इच्छा को पंख लगाने को स्वैच्छा हामी भी दी है जिससे समस्त पुलिस विभाग द्वारा उनकी इस कोशिश को सराहना भी मिली है।
इसके साथ ही पुलिस कार्यों के दौरान अपने अधिकार क्षेत्र में निरंतर बेहतर करने के प्रयासों के चलते उनके मुखर व कार्यशील पुलिस अधिकारी के रूप में उनकी छवि लगातार चरितार्थ होती आयी है जिसमे उनके द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मियों व पुलिस टीम को उत्कृष्ट रूप से भूमिका में रख उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर ‘ग्राउंड जीरो’ में कार्य किया जाता रहा है जिससे वह अपने अधीनस्थ में अचे अधिकारी के रूप में प्रशंसनीय भी रहे है।वहीं हाल ही में जनपद पुलिस कप्तान द्वारा हरिद्वार में अकेले निवास कर रहे बुज़ुर्ग दंपति की हत्या का संज्ञान लेते हुए जनपद थाना अध्यक्षों को उनके क्षेत्र में अकेले निवास कर रहे बुज़ुर्गजनों की सुरक्षा को महत्वपूर्ण बताते हुए उनके द्वारा सीनियर सिटीज़नो से संपर्क स्थापित कर उनकी समस्याओं को सुन उनकी सुरक्षा से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर इस दिशा में ठोस कदम उठाने को निर्देशित किया तो इस दिशा में अपनी थाना टीम के साथ निपुणता से कार्य करते हुए उनके द्वारा सीधे तौर पर थाना क्षेत्र निवासित वरिष्ठ नागरिकों से मुखातिब होकर उनकी समस्याओं को बारीकी से सुना गया जो आम जनता के प्रति उनकी फर्ज में सेवा भाव को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करती है।
उनके कार्यक्षमता को गौर से देखने पर वाकई लगता है कि उत्तराखंड पुलिस के ऐसे अधिकारी की बदौलत ही उत्तराखंड पुलिस विभाग आम जनता में भरोसा कायम कर पाता है और उपनिरिक्षक अमरजीत सिंह जैसे पुलिस अधिकारी की बदौलत ही उत्तराखंड पुलिस अपने स्तंभ पर अडिग रहने को आश्वस्त है।