हिमाचल-: हिमालयी राज्यों के पहाडी क्षेत्रो में आए दिन दुर्घटनाओं की खबर आती रहती है। पहाड़ो का सफर काफी जोखिम भरा रहता है। लेकिन ये जो बस दुर्घटना हुई है। इसमें चालक की समझदारी ही सबको बचाले गई।
हिमांचल ओर उत्तराखंड के बॉर्डर पर सिरमौर जिले में गिरिपार क्षेत्र के शिलाई में एक बहुत बड़ा व भयंकर बस हादसा होने से बच गया। बोहराड़ के पास एक निजी बस खाई मे गिरने से बाल -बाल बच गई। बस में 22 सवारियां सवार थीं । चालक की सूझ-बुझ व दिलेरी से बस मे सवार करीब दो दर्जन सवारियां बस सहित करीब 300 मीटर गहरी खाई में गिरने से बच गईं।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को पांवटा साहिब-गताधार रुट पर निजी बस पांवटा साहिब से शिलाई की तरफ जा रही थी। कफोटा से करीब 10 किलोमीटर दूर बस जैसे ही बोहराड़ के पास ढलान में पहुंची तो बस की रॉड टूट गई, जिससे बस सड़क से किनारे की ओर खाई की तरफ लटक गई।
बस में सवार लोगों ने बताया का कि कैसे चालक ने सूझबूझ और दिलेरी से कस कर ब्रेक लगा दी और जब तक बस से आखिरी सवारी उतर नही गई, तब तक चालक अपनी जान जोखिम में डालकर ब्रेक पर खड़ा हो गया। जब सभी सवारियां उतर गई तो सवारियों द्वारा बस के टायर के नीचे ओट लगाकर चालक को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया
चालक की सूझबूझ व साहस से एक बड़ा हादसा होने से बच गया और सभी सवारियां और चालक परिचालक सुरक्षित हैं। पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने बताया कि शिलाई में एक निजी बस के चालक की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा होने से टल गया। निजी बस की रॉड टूटने से बस खाई की तरफ लुढ़क गई थी। लेकिन खाई में गिरने से इसलिए बच गई क्योंकि सतौन के रहने वाले बस चालक सतपाल ने अंतिम क्षणों तक ब्रेक को दबाए रखा और हाथ से हैंडब्रेक को पूरी ताकत से खींचे रखा जब तक सभी सवारी सुरक्षित नीचे नही उतर गई । सभी लोगों द्वारा बस चालक के साहस की खूब सराहना की गई।