Saturday, July 27, 2024
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वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण लांक डाउन होने से केदार घाटी में विकास का पहिया थमने के साथ ही क्षेत्र का तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है! ऊखीमठ से लक्ष्मण नेगी की रिपोर्ट

ऊखीमठ, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण लांक डाउन होने से केदार घाटी में विकास का पहिया थमने के साथ ही क्षेत्र का तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है! आने वाले दिनों में यदि लांक डाउन चार को बढ़ावा जाता है तो अधिकांश लोगों के सन्मुख दो जून रोटी का संकट खड़ा हो सकता है, अभी तक जारी लांक डाउन के कारण वाहन चालकों व स्वामियों, मजदूरी पर निर्भर रहने वालों, तीर्थाटन, पर्यटन पर निर्भर युवाओं व छोटे तबके के व्यापारियों पर अधिक असर देखने को मिल रहा है! वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण जारी तीसरे लांक डाउन की अवधि आगामी 17 मई को समाप्त हो रही है! चौथे लांक डाउन की गाइडलाइन का हर एक व्यक्ति को इन्तजार है! पूरे देश में तीसरे लांक डाउन की अवधि में ही केदार घाटी में विकास का पहिया थम गया है! तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही से गुलज़ार रहने वाले तीर्थ व पर्यटक स्थलों में सन्नाटा पसरा हुआ है! विगत 22 मार्च से वाहनों के पहिये जाम होने से वाहन स्वामियों व चालकों की आजीविका बुरी तरह प्रभावित हो गयी है! जिन वाहन स्वामियों ने बैको से ऋण लेकर वाहन खरीदे उनकी समस्या अधिक विकट बनी हुई है : ग्रमीण क्षेत्रों में मजदूरी पर निर्भर रहने वालों के घरों में एक समय की रोटी का संकट बना हुआ है! ग्रमीण क्षेत्रों में निर्माण कार्यों पर ब्रेक लगने से मजदूर भविष्य की आश छोडने के लिए विवश होने वाले है! होटल व चाय के दुकानों के लिए गाइडलाइन जारी न होने से छोटे तबके के व्यापारियों के हिस्से निराशा ही पहुंच पायी है! क्षेत्र के अन्तर्गत तीर्थ व पर्यटक स्थलों की आवाजाही पर रोक लगने से तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय पर निर्भर रहने वाले युवाओं को भविष्य की चिंता सताने लग गयी है! 18 मई से शुरू होने वाले चौथे लांक डाउन की गाइडलाइन में यदि मानकों के अनुसार केदार घाटी सहित सम्पूर्ण उत्तराखण्ड के तीर्थ व पर्यटक स्थलों में आवाजाही पर छूट नहीं दी गयी तो क्षेत्र की आर्थिकी को पटरी पर लाने में वर्षों का समय लग सकता है! जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा का कहना है कि यदि आने वाले दिनों में तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय में ढील देने की गाइडलाइन जारी नहीं होती है तो यहाँ के युवाओं के सन्मुख बहुत बड़ा संकट खड़ा हो सकता है, मदमहेश्वर घाटी विकास मंच अध्यक्ष मदन भटट् ने बताया कि केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार लघु उद्योगों को बढ़ावा देने से बेरोजगारों के सन्मुख स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो सकते है : कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल का कहना है कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में ठोस पहल नहीं की गयी तो कई लोगों को दो जून की रोटी के लिए मोहताज होना पड़ सकता है!

Rajnish Kukreti

About u.s kukreti uttarakhandkesari.in हमारा प्रयास देश दुनिया से ताजे समाचारों से अवगत करना एवं जन समस्याओं उनके मुद्दो , उनकी समस्याओं को सरकारों तक पहुॅचाने का माध्यम बनेगा।हम समस्त देशवासियों मे परस्पर प्रेम और सदभाव की भावना को बल पंहुचाने के लिए प्रयासरत रहेगें uttarakhandkesari उन खबरों की भर्त्सना करेगा जो समाज में मानव मानव मे भेद करते हों अथवा धार्मिक भेदभाव को बढाते हों।हमारा एक मात्र लक्ष्य वसुधैव कुटम्बकम् आर्थात समस्त विश्व एक परिवार की तरह है की भावना को बढाना है। हम लोग किसी भी प्रतिस्पर्धा में विस्वास नही रखते हम सत्यता के साथ ही खबर लाएंगे। हमारा प्रथम उद्देश्य उत्तराखंड के पलायन व विकास पर फ़ोकस रहेगा।

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