लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में निवासरत उत्तराखंडी प्रवासियों में एक नाम सुंदर पाल सिंह बिष्ट जो कि एक सामाजिक कार्यकर्ता है, इन्होंने वर्ष 2018- 2019 में सोशल मीडिया व्हाट्सएप पर एक ग्रूप बनाया जोकि असहाय लोगो की मदद से सबन्धित था, ओर उनका यह प्रयास धीरे धीरे सार्थक होने लगा और कई सामाजिक लोग देश भर से जुड़ने लगे जिनमे सबसे ज्यादा लखनऊ से जुड़े, ओर 2019 में तभी विश्व महामारी कोविद19 को प्रकोप विश्व के कई देशों को अपने चंगुल में ले चुका था, जिसमे भारत भी इसके जकड़ में आ चुका था, अभी यह संस्था सोसायटी एक्ट के कायदे कानून के दायरे में नही थी, क्योकि अभी नए पायदान पर कदम रख रही थी यह संस्था रजिस्ट्रेशन की परिक्रिया का आँकलन कर ही रही थी, लेकिन कोरोना काल मे अधिकतर सरकारी ऑफिस बन्द थे, तो फिर यह संस्था कर भी क्या सकती थीं, लेकिन इनका जनून लगातार बढ़ता गया, ओर कोरोना में जिन परिवारों ने अपना सदस्य खोया उनको देखकर इस संस्था के सदस्यों ने जल्दी कुछ करने की सोची ओर सभी से विचार विमर्श कर ओर लोगो से सहयोग से कोरोना में मृत शव के लिए एक डिफ्रीजर व व्हील चेयर, ओर भी कई जरूरी सामान खरीद कर कोरोना काल मे अपनी सेवाएं लखनऊ में अपने उत्तराखंडी प्रवासियों को दी, जनके घर से कोरोना ने सदस्य छीन लिया था,
इस दौरान इनके सामाजिक कार्यो को देखते हुए लोगों ने बढ़चढ़कर संस्था को आर्थिक सहायता प्रदान की ओर संस्था ने अपने विवेक से उन परिवारों को आर्थिक सहायता पहुंचाई जिनके घरों से परिवार को चलाने वाला कोरोना की भेंट चढ़ गया, इस संस्था ने उन परिवारों को तब तक राशन हेतु 4 हजार से 5 हजार रुपये हर महीने दिया जब तक उस घर का जीविकोपार्जन का साधन न बन गया हो, अब जब कोरोना की विदाई हो चुकी है, तो ऐसे में इस संस्था द्वारा किये गए कार्यो की चर्चा अन्य मंचो पर भी उठने लगी और इनके मार्गदर्शन में कई लोग आगे आये और संस्था का विधिवत रजिस्ट्रेशन 2020 में किया गया, अभी तक लखनऊ व देश के कई शहरों से इस संस्था में 200 लोग मेम्बर बन चुके है, ओर निःस्वार्थ भाव से संस्था की आर्थिक मदद कर रहे है,
माँ नंदा सेवा समिति (मांनस )अपने 30माह के सूक्ष्म मे संस्था 22 उत्तराखंडी परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान कर चुकी है।
सर्व समाज को नि:शुल्क डीफ्रीजर (मृत शव पेटीका )उपलब्ध कराने से प्रारम्भ यह संस्था आज लखनऊ में उत्तराखण्डी विभिन्न परिवारों की उम्मीद बन चुकी है.
संस्था संकट में आए परिवारों की प्रतिमाह आर्थिक सहायता कर रही है, उनके बच्चों की स्कूल फीस जमा कर रही है ।
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की
कन्या विवाह में भी माँ नंदा का आशीर्वाद लिफाफा* देकर आर्थिक सहयोग भी कर रही है.
संस्था की एक मात्र आय का स्रोत उसके 200सदस्यों द्वारा प्रतिमाह आर्थिक सहयोग से होती है.
संस्था का वर्तमान कार्य छेत्र लखनऊ यूपी है आगे इसको देश भर में विस्तार देना भी प्रस्तावित है.
*माँ नन्दा सेवा समिति (मांनस)*, की स्थापना, अपने *समाज को संगठित कर समाज के असहाय परिवारों को सक्षम बनाने तथा संकट के समय में ऐसे परिवारों की आर्थिक सहायता करने* हेतु जुलाई 2020 में की गई।
आज इस पोस्ट के माध्यम से मैं आपकेा संस्था के द्वारा किए गए कार्यों तथा भविष्य की संभावनाओं से परिचय कराने का प्रयास कर रहा हूं।
माँ नन्दा सेवा समिति (मांनस)जिसमें अभी 198सेवार्थी अपना प्रतिमाह /वर्ष में सहयोग कर रहे हैं द्वारा अभी तक किए गए कार्यों का विवरण इस प्रकार है
*१* संस्था *सर्व समाज के जन सेवार्थ डेफ्रिज़र मशीन (शव संरक्षण पेटीका), वाकर, व्हील चेयर, प्लास्टिक चेयर, senatizar मशीन* निःशुल्क उपलब्ध कराती है।
*२* संस्था द्वारा वर्तमान में एक *बीकॉम के छात्र* की पढ़ाई का पूरा खर्चा वहन किया जा रहा है।
*३* संस्था *पांच बच्चियों* की पढ़ाई का भी खर्च वहन कर रही है।
*४* संस्था ने अभी तक *तीन परिवारों* की एक वर्ष तक मासिक खर्च देकर सहायता की है और *वर्तमान में चार परिवार की मासिक खर्च* के रूप में सहयोग कर रही है।और दो गरीब कंन्याओ के विवाह के समय *माँ नंदा आशीर्वाद लीफाफा* के माध्यम से आर्थिक सहयोग किया हैं.
*५* आपातकालीन *आकस्मिक मदद* के रूप में संस्था अभी तक *चार परिवारों* की आर्थिक रूप से मदद कर चुकी है। *संस्था अभी तक अपने 2-1/2वर्ष में 22 उत्तराखंडी परिवारों* की सहायता की /की जा रही हैं.
*६* संस्था भविष्य में *एक एंबुलेंस और समिति के नाम से एक सेवा संस्थान* चलाने के लिए प्रयासरत है। जिसमे समाज के लोगो द्वारा समाज के असहाय प्राणियों (किसी भी उम्र का हो) की *निस्वार्थ और निशुल्क सेवा* करवाने का प्रयास रहेगा। क्योंकि इन भविष्य के उद्देश्यों के लिए काफी मुद्रा की आवश्यकता पड़ेगी, इसलिए इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अत्यधिक समय लग रहा है।
जैसा कि सर्व विदित है, *जहां चाह वहां राह* माँ नन्दा की कृपा और आप सभी *सम्मानित सदस्यों के प्रेम, सहयोग और विश्वास* के साथ आज समिति जहां है या समाज हित में जो कर पाई है। वह भी हमारी उम्मीद से अधिक है। वर्तमान में हमे ये जरूर लग रहा है की लक्ष्य कठिन है पर *सफलता सदैव आगे बढ़ने से ही मिलती है*, ये भी सत्य है।
अपने समाज के प्रति उदार भाव या सेवा भाव रखने वाले हर व्यक्ति का संस्था में स्वागत है। यदि कोई स्वसमाज का व्यक्ति हमारी संस्था के इस परमार्थ से जुड़कर समाज हित में अपना निस्वार्थ सहयोग देना चाहता है। तो वो संस्था को *न्यूनतम सहयोग राशि जोकि स्वनिर्धारित होती है, (अपनी एक दिन की आय/ स्वेच्छित राशि प्रतिमाह या प्रति वर्ष / ₹100.00 प्रतिमाह)* देकर इस संस्था का सदस्य बन सकता है।
*सभी के संगठित सहयोग से ही समाज का उद्धार होता है, ये हमने अपनी आने वाली पीढ़ी को बताना ही नहीं अपितु कर के दिखाना है।* आइए हम सभी अपने समाज के प्रति कृतज्ञ भाव से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए इस परमार्थ के रथ को गतिमान रखे और इसे लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए लगनशील हो। माँ नन्दा हम सभी का कल्याण करे।
*जय माँ नन्दा*
यह संस्था 80(जी)में भी रजिस्टर्ड हैं.
संस्था से जुड़ने के लिए
नोट :संस्था से 80(G) पर इनकम टैक्स छूट पा सकते हैं
सुन्दर पाल सिंह बिष्ट
कल्याणपुर लखनऊ.
9335530329
।।जय देवभूमि उत्तराखंड।।
।।जय माँ नन्दा देवी की।।