*उत्तराखंड एसटीएफ ने हाथी दांत के साथ तीन वन्य जीव तस्करों को किया गिरफ्तार *
🔸 *उत्तराखंड एसटीएफ ने हाथी दांत के साथ तीन वन्य जीव तस्करों को किया गिरफ्तार ।।*
🔸 *गिरफ्तार अभियुक्तों के अंतरराज्यीय तस्करों के साथ संबंध।।*
🔸 *प्रतिबंधित हाथी दांत की तस्करी के लिए है कठोर कारावास व भारी जुर्माने का दंड*
🔸 *वन्य तस्करी को रोकने के लिए एसटीएफ की स्पेशल टीम मुस्तैद।।*
वन्य जीव जंतु संपदा से भरपूर उत्तराखंड में तस्करों की निगाहें हर समय लगी रहती हैं, जिसके चलते उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से वन्य जीव जंतुओं का शिकारियों द्वारा शिकार कर उनके अंगों की तस्करी की जाती रही है। जिसको देखते हुए *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री आयुष अग्रवाल द्वारा वन्य जीव जंतुओं की तस्करी को रोकने के लिए एसटीएफ में एक स्पेशल टीम को अलग से मुस्तैद कर दिशा निर्देश दिए गए है।* जिसका परिणाम है कि एक माह के अंदर दो अलग-अलग जगहों से एसटीएफ द्वारा हाथी दांत की बरामदगी करते हुए अब तक 4 वन्य जीव जंतु तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री आयुष अग्रवाल द्वारा जानकारी दी गई कि* दिनांक 27 जनवरी 2023 को STF को सूचना प्राप्त हुई कि नैनीताल कालाढूंगी क्षेत्र में वन तस्कर का गिरोह है, जो हाथी दांत एवं अन्य जीव-जंतुओं की तस्करी कर रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ शाखा देहरादून में नियुक्त टीम को कालाढूंगी क्षेत्र जनपद नैनीताल में भेजा गया जहा से *3 वन्य तस्करों को दिनाक 27–01– 23 को मनखण्डपुर, पवलगढ़,कालाढूंगी से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक प्रतिबंधित हाथी दांत बरामद किया गया है ।* पकड़े गए तस्करों से एसटीएफ द्वारा लगातार पूछताछ की जा रही है।उनके आगे के अन्य संपर्कों का भी पता लगा है, इसके अलावा तस्करों द्वारा कहां से हाथी दांत प्राप्त किया गया है,उसकी भी जानकारी की जा रही है। पकड़े गए वन तस्करों के विरुद्ध थानाकालाढूंगी पर अभियोग दर्ज किया गया है।
*गिरफ्तार अभियुक्तगणों के नाम*
1. दीपक चिमवाल पुत्र पूरन चिमवाल
निवासी ग्राम पोलगड थाना कालाढूंगी नैनीताल
2. अरविंद गुप्ता पुत्र मूल चंद निवासी बाजपुर उधम सिंह नगर
3. अमित पुत्र कृष्ण अवतार निवासी बाजपुर उधमसिंह नगर
*बरामदगी*
1– *01 हाथी दांत वजनी करीब 9 किलो*
*(लंबाई 107 सेमी,गोलाई 33 सेमी)*
*एसटीएफ की टीम का विवरण*–
1 निरीक्षक अबुल कलाम
2 उपनिरीक्षक दिलबर
3 हेड कांस्टेबल संजय कुमार
4 कॉन्स्टेबल मोहन असवाल
अभियुक्तों की गिरफ्तारी में स्थानीय पुलिस और वन विभाग की टीम का भी सहयोग लिया गया है ।