*क्या होता है डिप्रेशन? कहीं आप भी डिप्रेशन के शिकार तो नहीं?*
आपने अक्सर ही डिप्रेशन का नाम सुना होगा। क्या ये बीमारी है या कोई मानसिक रोग? जाने माने फिल्म कलाकार सुशांत सिंह राजपूत ने भी डिप्रेशन के चलते अपनी ज़िन्दगी खत्म कर मौत को गाले लगा लिया। ऐसे ही कई फिल्मी सितारे या आम लोग भी दिन प्रति दिन इस बीमारी की चपेट में आ रहे है। पूरी दुनिया में करीब 264 मिलियन लोग इसका शिकार होते है और करीब 8 लाख लोग इसके चलते अपना जीवन समाप्त कर देते है या इंसान ज़िंदा लाश बनने में मजबूर हो जाते है । आखिरकार क्या होता है ये डिप्रेशन क्यों होता है ये डिप्रेशन? आज हम इसमें बात करेंगे।
*क्या है डिप्रेशन*
डिप्रेशन एक तरह की वो मानसिक मनोदशा होती है जो इंसान की सोच, व्यवहार, हौसला, भावनाओ को आहत करती है। और इंसान की पूरी सोचने समझने की क्षमता को खत्म कर उससे खोखला बना देती है। डिप्रेशन से लगभग हर इंसान झुझता है लेकिन किसी में ये गंभीर रूप ले लेती है और कोई इससे बाहर निकाल जाता है।
*क्यों होता है डिप्रेशन*
यूं तो डिप्रेशन के कई कारण है। लेकिन इसके मुख्य कारण है।
कोई भी ऐसा घटना या गहरी सोच जो की इंसान को अंदर ही अंदर खोखला कर देती है। और इंसान के जीवन में बुहत ही बुरा प्रभाव डालती है।
हमारे किसी अपने का ज़िन्दगी से दूर चले जाना या कोई रिश्ता खत्म हो जाना।
किसी भी प्रकार का डर चाहे वो अकेले रह जाने का डर हो, या किसी इंसान का तुम पर पड़ने वाला प्रभाव हो।
किसी बहुत ही निराशावादी या नकारात्मक इंसान के साथ रहने से। उसकी नकारात्मक बातों का असर।
कर्ज, या किसी की उम्मीदों पर खरे ना उतर पाने का मलाल।
*डिप्रेशन के लक्षण*
जो इंसान डिप्रेशन का शिकार होता है वो अक्सर ही अकेला रहना, उदास रहना पसंद करता है। उसकी किसी भी चीज में रुचि खत्म होने लगती है।
छोटी – छोटी बातें में गुस्सा, या अधिकतर चुप रहने लगता है।
किसी भी काम में दिलचस्पी ना लेना रोज़ के काम भी जंग जैसे लगने लगते है।
कभी ना खुश रह पाने का डर और ज़िन्दगी में कुछ भी ना बच पाने की नकारात्मक सोच।
कुछ खाने का मन नहीं होना। हार्मोन्स में बदलाव।
डिप्रेशन से झुझ रहा व्यक्ति अक्सर ही परेशान सा अपने आप से बात करता रहता है।
*डिप्रेशन से बचाव कैसे करे*
जो इंसान डिप्रेशन से झुझ रहा है , उससे मनोचिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। साथ ही साथ उससे खास जुड़े हुए लोगो को उसका हौसला अफजाई करते रहना चाहिए।
*जिन लोगों को यह समस्या नहीं है वो कैसे दूर रहे डिप्रेशन से?*
पूरी नींद लेना डिप्रेशन से दूर रखने में बहुत ही कारगर साबित होता है और इंसान के दिमाग को तरो ताजा रखता है
अंधेरे से बाहर निकाल कर उजाले में रहना सकारात्मक लोगों के साथ रहने से डिप्रेशन दूर रहता है।
लोगों से जुड़े रहने से अपने दोस्तों, रिश्तेदारों ने बात करते रहते से डिप्रेशन जैसी बीमार से निजाद पा सकते है।
हर रोज़ योगा या मेडिटेशन करने से अच्छा खान पीन अपनाने से कोई भी डिप्रेशन से दूर रह सकता।
डिप्रेशन वो डर है। जिसे जितना अपने आप पर हावी होने दो वो उतना ही भयानक रूप ले लेता है। ज़िन्दगी को जीने के सौ बहाने होते है और अगर ज़िन्दगी खत्म करनी हो तो मात्र एक बहाना है काफी है। जितने सकारत्मक, ज़िंदादिल और स्वास्थ्य आप रहेंगे उतना ही इस बीमारी से बचाव मुमकिन है।