देहरादून-मिशन 2022 से पहले चुनावी जमीन को उवर्रा बनाने के लिए भाजपा वर्चुअल प्लेटफार्म को अपना अचूक हथियार बनाने जा रही है। कोविड-19 महामारी में सामाजिक दूरी की मर्यादा का पालन करते हुए पार्टी अपने कार्यकर्ताओं और जनता से अपने संवाद को टूटने नहीं देना चाहती।
यही वजह है कि उसने अब तक प्रदेश, जिलों व मंडलों से लेकर बूथ स्तर तक 10 हजार से अधिक व्हाट्स एप ग्रुप तैयार कर लिए हैं। ये सिलसिला अब भी जारी है। प्रत्येक विधानसभा में अब तक पार्टी से जुड़े लोगों के 500 मोबाइल नंबर जुटाए जा चुके हैं। यह संख्या आने वाले कुछ महीनों में और अधिक बढ़ेगी। इस तैयारी का मकसद भाजपा के सांगठनिक ढांचे को निरंतर सक्रिय रखना तो है ही साथ ही केंद्र और राज्य की सत्ता की छवि को चमकाना भी है। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व यह मान चुका है कि अगले कुछ महीनों में यदि कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम भी हो जाएगा, तब भी हजारों लोगों की भीड़ जुटाने का जोखिम नहीं लिया जा सकेगा, लिहाजा संवाद के लिए पार्टी वर्चुअल हथियार को और धारदार बनाने का फैसला किया है।
प्रदेश मुख्यालय को इंटरनेट और वीडियो कांफ्रेंस के साधनों से लैस करने के बाद अब पार्टी सभी जिला कार्यालयों को भी हाईटैक बनाने के अभियान में जुट गई है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी इसकी पुष्टि करते हैं।
भाजपा एक बड़ा संगठन है। वर्ष भर पार्टी की सांगठनिक गतिविधियां चलती रहती हैं। इसके लिए बाकायदा एक वार्षिक कार्ययोजना तैयार होती है। इसके अलावा समसामयिक विषयों पर भी पार्टी कार्यक्रम बनाती है। कोविड-19 महामारी की वजह से पार्टी ने वर्चुअल माध्यम को चुना है। वर्चुअल रैलियों, बैठकों, संवादों और कांफ्रेंस का यह सिलसिला निरंतर जारी रहने वाला है।
– डॉ. देवेंद्र भसीन, प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा